अगर आप कारीगर, बुनकर या खुद का उत्पाद बेचने वाले कोई उद्यमी हैं तो आपके लिए कमाई का शानदार मौका है. उत्तर रेलवे ने 'एक स्टेशन एक उत्पाद' (One Station One Product – OSOP) योजना के तहत यूपी के कई रेलवे स्टेशनों पर स्टॉल और ट्रॉली लगाने के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं. इसमें हिस्सा लेकर आप अपने उत्पाद देशभर से आने-जाने वाले यात्रियों को बेच सकते हैं.
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कहां मिलेंगे मौके?
इस योजना के तहत कुल 11 रेलवे स्टेशनों पर स्टॉल और 34 रेलवे स्टेशनों पर ट्रॉली लगाने का मौका दिया जाएगा.
स्टॉल वाले स्टेशन: दिल्ली, दिल्ली कैट, दिल्ली शाहदरा, गन्नौर, करनाल, मेरठ कैंट, मेरठ सिटी, पानीपत, गुड़गांव, पटौदी रोड और रोहतक.
ट्रॉली वाले स्टेशन: फरीदाबाद, शामली, देवबंद, ओखला, दिल्ली किशनगंज, बादली, मुरादनगर, नांगलोई, सकौती टांडा, जींद, टोहाना, मानसा, बागपत रोड, खेकड़ा, मेरठ कैंट, और कई अन्य.
इसमें मेरठ कैंट, बागपत रोड, देवबंद और मुरादनगर जैसे रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश के हैं. इसलिए यूपी के लोग भी इस योजना का फायदा उठा सकते हैं.
कितने दिनों का मौका और कितनी फीस?
स्टॉल की अवधि: 90 दिन प्रति चरण (जैसे गन्नौर, करनाल, मेरठ कैंट, गुड़गांव आदि स्टेशनों पर)
रजिस्ट्रेशन शुल्क:
NSG 1 से 4 श्रेणी के स्टेशन: ₹2000 प्रति 30 दिन
NSG 5 और 6 श्रेणी के स्टेशन: ₹1000 प्रति 30 दिन
कौन कर सकता है आवेदन?
- जिनके पास हस्तशिल्प या हथकरघा विभाग का कारीगर/बुनकर ID कार्ड है
- PMEGP से पंजीकृत स्वयं सहायता समूह
- KVIC, TRIFED, NHDC से जुड़ी संस्थाएं
- समाज के हाशिए पर रहने वाले समूह/NGO/सूक्ष्म उद्यम पंजीकृत
आवेदन की अंतिम तिथि: 8 जुलाई 2025, दोपहर 3 बजे तक आपको संबंधित स्टेशन अधीक्षक को आवेदन देना होगा.
चयन कैसे होगा?
आवेदनों के आधार पर ड्रा के माध्यम से चयन किया जाएगा, जिसमें स्टेशन अधीक्षक, CMI और फाइनेंस प्रतिनिधि शामिल होंगे.
आवेदन कहां करें?
नजदीकी स्टेशन अधीक्षक से संपर्क करें
रेलवे की वेबसाइट से यहां क्लिक कर इस पॉलिसी से जुड़े नियम पढ़ें.
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