प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मॉरीशस यात्रा के दौरान वहां के राष्ट्रपति धर्मबीर गोखूल और उनकी पत्नी वृंदा गोखूल को विशेष उपहार भेंट किए. पीएम मोदी ने महाकुंभ के संगम का पवित्र जल राष्ट्रपति को और बनारसी साड़ी उनकी पत्नी को उपहार में दी.
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महाकुंभ का पवित्र जल और खास तोहफे
प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ के संगम का जल तांबे और पीतल के पात्र में मॉरीशस के राष्ट्रपति को भेंट किया. संगम का जल धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से अत्यंत पवित्र माना जाता है और इसे उपहार में देना भारत और मॉरीशस के बीच गहरे ऐतिहासिक और आध्यात्मिक संबंधों को दर्शाता है. इसके अलावा, पीएम मोदी ने राष्ट्रपति को मखाना भी भेंट किया, जो बिहार का एक सुप्रसिद्ध सुपरफूड है.
राष्ट्रपति की पत्नी को भेंट की बनारसी साड़ी
प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस की प्रथम महिला वृंदा गोखूल को भारत की पारंपरिक बनारसी साड़ी उपहार में दी. इस बनारसी साड़ी को सदेली बॉक्स में रखा गया था, जो गुजरात की मशहूर हस्तकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है. इस बॉक्स का उपयोग कीमती साड़ियों, गहनों और अन्य स्मृतिचिन्हों को रखने के लिए किया जाता है.
बनारसी साड़ी अपनी बारीक रेशमी कढ़ाई, ज़री के भव्य काम और पारंपरिक डिजाइनों के लिए जानी जाती है. यह उपहार भारतीय कला और संस्कृति की समृद्धि को दर्शाता है.
पीएम मोदी का मॉरीशस दौरा
प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर मॉरीशस पहुंचे. उनकी यह यात्रा लगभग एक दशक बाद हो रही है. इससे पहले उन्होंने 2015 में मॉरीशस की यात्रा की थी. मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया और दोनों नेताओं ने सर शिवसागर रामगुलाम बॉटनिकल गार्डन में एक पौधा भी रोपा.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री को एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत दिया गया और उन्हें राजकीय सम्मान भी दिया गया. उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘यह भारत और मॉरीशस के मजबूत संबंधों को दर्शाता है.’’ इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस के राष्ट्रपति धर्मबीर गोखूल से मुलाकात की और उनके साथ राजकीय भोज में भी भाग लिया.
भारत-मॉरीशस के मजबूत रिश्तों का प्रतीक
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा और उपहारों का उद्देश्य भारत और मॉरीशस के बीच गहरे सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत करना है. यह दौरा दोनों देशों के बीच मित्रता और आपसी सहयोग को और गहरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
(इनपुट: पीटीआई).
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