वरुण गांधी ने सुनाई शेर, बकरी, चूहा और चील की कहानी, जानिए ये किसपर तंज कस गए BJP सांसद

बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे. इस दौरे के दौरान उन्होंने गांव-गांव जाकर…

सौरभ पांडेय

29 Jun 2023 (अपडेटेड: 29 Jun 2023, 02:55 PM)

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बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे. इस दौरे के दौरान उन्होंने गांव-गांव जाकर कई जनसंवाद कार्यक्रमों में भाग लिया. जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान एक कहानी सुनाई. उन्होंने खुद को शेर का बच्चा और क्षेत्र के दूसरे नेताओं को चूहों का बच्चा बताया.

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वरुण गांधी ने पीलीभीत कचहरी स्थित गांधी सभागार में जिले के आला अधिकारियों के साथ दिशा कमेटी की बैठक की. उसके बाद वह मरौरी ब्लॉक के ग्राम बस्थना, करोड, बिठौरा कला, दियूरी, रिछौला, बसंत पुरवा, मरौरी, संडिया और महोफ में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रमों में जनता को संबोधित किया.

अपने संबोधन में उन्होंने एक कहानी सुनाई, जिसमें वरुण गांधी ने क्षेत्रीय नेताओं की ओर इशारे करते हुए कहानी सुनते हुए कहा कि शेर के बच्चे से दोस्ती करो, चूहों के बच्चों से नहीं.

दरसअल, जब से सोशल मीडिया पर वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार को घेरने शुरू किया उसके बाद से बीजेपी नेता वरुण से कटने लगे हैं. पीलीभीत के मंत्री, विधायक और अन्य नेताओं को वरुण गांधी इशारों- इशारों में खरी खोटी सुनाते रहते हैं.

वरुण गांधी ने अपने भाषण में कहा, “एक बार एक जंगल में एक शेर-शेरनी अपने बच्चों का छोड़ कर शिकार करने चले गए. वहां पर एक बकरी आई और भूखे शेर के बच्चों को अपना दूध पिलाया. शेर आया तो उसने बकरी से कहा कि आज से आप मेरी बहन और अब आपका सम्मान पूरे जंगल मे होगा. जैसे ही उसका सम्मान जंगल में फैलने लगा, तो ऊपर से ये सब एक चील देख रही था. उसने देखा कि बकरी ने उपकार किया तो उसका नाम होने लगा है तो वह खुद भी ऐसा करेगी.”

उन्होंने आगे कहा,

“एक बार उसने चूहा के बच्चों को नदी में डूबते देखा, तो चील ने चूहे के बच्चों को बचा लिया. चूहे के बच्चों को ठंड लग रही थी, तो चील ने अपने पंख से उन्हें ढक लिया. जब चील के उड़ने की बारी आई तो चील ने देखा कि चूहों के बच्चो ने उसके पर कतर दिए और वो अपाहिज हो गई है. चील जाकर बकरी से मिली और कहा कि हम दोनों ने उपकार किया. तुमको सम्मान मिला और मेरा काम तमाम हो गया. ऐसा क्यों, तो बकरी ने कहा कि अगर रिश्ता बनाना हैं तो शेर के बच्चे से बनाओ.”

बीजेपी सांसद ने कहा कि चूहे के बच्चों से रिश्ते बनाने से कोई फायदा नहीं, इसलिए सवाल वही है कि आदमी आपकी इज्जत नहीं बचा सकता है, जिसकी अपनी कोई इज्जत नहीं हो, उसको पता नहीं है. दूसरों की कीमत क्या है, इसलिए मैं यहां पर राजनीति कर रहा हूं. मैंने आज तक किसी को परेशान नहीं किया है और ना किसी पर दबाव बनाया. ना मैंने कभी अपनी ताकत का प्रयोग किया. जिसने हमारा साथ दिया और जिसने मेरा साथ नहीं दिया है, सब मेरा परिवार है. मैं अपने परिवार की रक्षा करूंगा जैसे मुखिया अपने परिवार का रक्षक हुआ करता है.

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