Mukhtar Ansari Death News: गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की मौत अब चर्चा का विषय बन गई है. दरअसल, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मुख्तार अंसारी की मौत की वजह हार्ट अटैक आई है. वहीं, दूसरी तरफ परिजनों का आरोप है कि बांदा जेल में मुख्तार को स्लो पॉइजन (धीमा जहर) दिया गया, जिसकी वजह से उनकी तबीयत बिगड़ी और बाद में मौत हो गई. मुख्तार की मौत पर उठ रहे सवालों के बीच यूपी Tak ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के फॉरेंसिक डिपार्टमेंट के HOD डॉ. मनोज कुमार से खास बातचीत की है. खबर में आगे जानिए उन्होंने हमें क्या-क्या बताया?
ADVERTISEMENT
क्या होते हैं स्लो पॉइजन के लक्षण?
आपको बता दें कि डॉ. मनोज कई पेचीदा पोस्टमॉर्टम केस हैंडल कर चुके हैं. वहीं जब यूपी Tak ने मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर उसने सवाल किया तो उन्होंने कई चौंकाने वाली बातें बताई, जो इस केस में शक को और गहरा कर रही हैं. डॉ. मनोज कुमार ने बताया, "मैंने ऐसे केस देखें हैं जिनमें री एग्जामिनेशन में हार्ट अटैक का केस स्लो पॉइजनिंग का निकला. स्लो पॉइजन खाने पर हार्ट अटैक भी आ सकता है. मुख्तार के लक्षण उससे मैच कर रहे हैं. स्लो पॉइजन खाने पर बेहोश होना, बॉडी पेन, वॉशरूम ना जाना यह सारी प्रॉब्लम भी होती हैं."
50 साल बाद भी खुल जाएगा मुख्तार की मौत का राज?
डॉ. मनोज ने आगे बताया, "स्लो पॉइजन अक्सर स्वाद में मीठा होता है. पता नहीं चल पाता. स्लो पॉइजन के देने के 15 दिन में भी मौत संभव है. अगर परिवार को डाउट है तो कब्र से शव को निकालकर री एग्जामिन करने का ऑप्शन है. फ्यूचर में कब्र के अंदर का सॉइल सैम्पल भी प्रूफ है. जहर होगा तो सॉइल अफेक्ट हो जाएगी." उन्होंने आगे बताया कि 'पॉइजनिंग के ट्रेस हड्डियों और दांतों में 50 साल तक रह जाते हैं. ये सबसे इम्पोर्टेन्ट पार्ट हैं.' वहीं मुख्तार के हार्ट में येलो स्पॉट पर उन्होंने कहा कि 'यह पोइजन का लक्षण नहीं है. यह फैट की वजह से होता है.'
मुख्तार के भाई अफजाल ने उठाए ये सवाल
बता दें कि मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी ने भी मौत पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि जब वह बांदा जिला अस्पताल में अपने भाई मुख्तार को देखने गए थे तो मुख्तार ने उनसे कहा था, "भैया ये सब जो जहर खिला दिए हैं, उसका असर हो रहा है. अब इस जहर का असर बढ़ता जा रहा है. मैं बेहोश होता जा रहा हूं."
ADVERTISEMENT