कहीं और छू लेते, उंगली पड़ जाती... हिजाब खींचने वाले विवाद पर वायरल हुआ बयान तो अब संजय निषाद ने नई बात कह दी

बिहार के सीएम नीतीश कुमार द्वारा मुस्लिम महिला डॉक्टर का हिजाब खींचने पर विवाद छिड़ गया. इस पर यूपी के मंत्री संजय निषाद ने आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी जिसका वीडियो वायरल होते ही बवाल मच गया. आलोचना बढ़ने पर संजय निषाद ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने यह बात पूर्वांचल की स्थानीय बोली में हल्के-फुल्के अंदाज में कही थी और माफी भी मांगी.

Sanjay Nishad

यूपी तक

17 Dec 2025 (अपडेटेड: 17 Dec 2025, 09:06 AM)

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इस वक्त बिहार के एक अजीबोगरीब वाकये ने उत्तर प्रदेश में भी बवाल मचा रखा है. ये मामला बिहार के सीएम नीतीश कुमार के एक मुस्लिम महिला डॉक्टर के हिजाब को खींचने के बाद शुरू हुआ. सोमवार को नीतीश कुमार ने बिहार में नई भर्ती AYUSH डॉक्टर की नियुक्ति पत्र ले रही मुस्लिम महिला के हिजाब को नीचे खींच दिया. इस घटना का वीडियो वायरल होते ही भारी बवाल शुरू हुआ तो यूपी के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद की भी एक विवादित टिप्पणी सामने आ गई. संजय निषाद का एक कथित वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो भारत समाचार चैनल के संवाददाता से बात कर रहे हैं. संजय निषाद इस वीडियो में कहते नजर आ रहे हैं कि सिर्फ नकाब छूने पर इतना बवाल मचा हुआ है, अगर कहीं और उंगली पड़ जाती तो आप लोग क्या करते. उनके इस कथित बयान का वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर आलोचना शुरू हो गई, लोग संजय निषाद को इस आपत्तिजनक बात के लिए लानत-मलानत करने लगे. अब इस मामले में संजय निषाद की सफाई वाला वीडियो सामने आया है.

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पहले वो वीडियो देखिए जिसमें संजय निषाद हंसते हुए हिजाब विवाद पर कर रहे हैं टिप्पणी

कांग्रेस की सोशल मीडिया चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत ने संजय निषाद के वायरल वीडियो को शेयर करते हुए तीखी टिप्पणी की है. सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा है कि, 'सिर्फ नकाब हटाया है तो इतना हल्ला, कहीं यहाँ-वहाँ उंगली लगा देते तो क्या होता. ये बेशर्मी की बात हंसते हुए यूपी सरकार में मंत्री संजय निषाद कह रहे हैं. जिस अंदाज़ और जिस काईयां हंसी के साथ यह कह रहे हैं वो उनकी घटिया, बेहूदा और महिला विरोधी सोच दिखाता है'. सुप्रिया श्रीनेत के एक्स पोस्ट में इस वीडियो को यहां नीचे देखा जा सकता है.

अब संजय निषाद ने क्या कहा?

संजय निषाद ने इस वीडियो के वायरल होने के बाद सफाई पेश कर दी है. उन्होंने अपनी बात को भोजपुरी भाषा और पूर्वांचल की संस्कृति और समाज से जोड़ दिया है. संजय निषाद का कहना है कि जिन्हें इसका थोड़ा भी ज्ञान होगा वो समझता है कि गांव देहात में जब किसी बात को हल्के फुल्के अंदाज में टालना होता है तो लोग पारंपरिक तौर पर ऐसे ही कहते हैं. वो उदाहरण देते हैं कि लोग कहते हैं कि फलनवा अइसे ही कहले बा न, कुछ और ना न कहलस ह, चला इ बतिया छोड़ द.

संजय निषाद ने कहा कि वैसे ही बात उन्होंने हिंदी में कह दी है. उनका तर्क है कि ये किसी का अपमान नहीं बल्कि बात को आगे बढ़ाने और विवाद से बचने का लोकप्रचलित तरीका है. संजय निषाद सफाई देते हुए कह रहे हैं कि उन्होंने हंसते हुए अपनी स्थानीय बोली में जो कहा वो किसी समुदाय की महिला या धर्म के प्रति किसी दुर्भावना या अपमान के लिए नहीं कहा था. अगर किसी को ऐसा लगता है तो वो इसे वापस लेते हैं.

संजय निषाद के इस सफाई वाले वीडियो को यहां नीचे देखा जा सकता है.

क्या है नीतीश कुमार से जुड़ा विवाद?

इस पूरे मामले की जड़ में नीतीश कुमार से जुड़ा वीडियो है जो दो दिनों से वायरल हो रहा है. बिहार में डॉक्टरों की नई भर्ती का नियुक्ति पत्र सौंपते हुए नीतीश कुमार ने कुछ ऐसा कर दिया कि विवाद खड़ा हो गया. नियुक्ति पत्र लेने वालों में एक मुस्लिम महिला डॉक्टर भी थी. वो डॉक्टर तब चौंक गई जब नीतीश कुमार ने नियुक्ति पत्र सौंपते हुए उसके चेहरे से हिजाब हटाने की कोशिश की. फिर इसका वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. महिला डॉक्टर का नाम नुसरत परवीन है. वो हिजाब पहनकर नियुक्ति पत्र लेने आई थीं. जब उनकी बारी आई तो सीएम नीतीश कुमार ने पूछा कि ये क्या है. इसके बाद मंच पर खड़े सीएम ने झुककर हिजाब नीचे खींच लिया. महिला डॉक्टर हड़बड़ा गई तो मौके पर मौजूद अधिकारी ने जल्दी से उन्हें एक तरफ खींच लिया. नीतीश कुमार के पास खड़े उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने उनके कंधे को खींचने की कोशिश की, ऐसा मानो उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे हों.

इस बीच आरजेडी और कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों ने इस वीडियो क्लिप को सोशल मीडिया पर शेयर किया. विपक्ष ने एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार की सेहत पर सवाल उठा दिए.

हमारे सहयोगी चैनल बिहार Tak पर इसी पूरी रिपोर्ट को यहां नीचे देखा जा सकता है.

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