2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन कर सबको हैरान कर दिया था. सपा ने 37 सीटें जीतकर राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनने का गौरव हासिल किया. जबकि कांग्रेस ने 6 सीटों के साथ अपनी स्थिति मजबूत की. इस जोरदार प्रदर्शन ने भाजपा को बहुमत से दूर रखा और विपक्षी इंडिया गठबंधन को नई ताकत दी.
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पिछले साल 4 जून को घोषित लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से इंडिया टुडे और C वोटर्स के मूड ऑफ द नेशन सर्वे के दो संस्करण सामने आ चुके हैं. पहले सर्वे के आंकड़े अगस्त 2024 में आए और लेटेस्ट सर्वे के आंकड़े इसी साल फरवरी में घोषित हुए. अब इस खबर के जरिए जानिए कि उत्तर प्रदेश की सियासी तस्वीर में कितना बदलाव आया है और सपा-कांग्रेस की अब क्या स्थिति है.
अगस्त में क्या थी स्थिति?
अगस्त 2024 में आए मूड ऑफ द नेशन सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक, इंडिया गठबंधन NDA से आगे था. उस वक्त अगर चुनाव होते तो इंडिया गठबंधन को 40 सीटें और NDA को 39 सीटें मिलने का अनुमान था. इंडिया गठबंधन में सपा को 34 और कांग्रेस को 6 सीटें मिलने की संभावना जताई गई थी. वहीं NDA में भाजपा को 35, अपना दल (सोनेलाल) को 2 और रालोद को 2 सीटें मिलने की बात थी.
अब क्या है ताजा तस्वीर?
फरवरी 2025 के मूड ऑफ द नेशन सर्वे के अनुसार, अगर आज उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव हों तो NDA गठबंधन, इंडिया गठबंधन पर भारी पड़ सकता है. सर्वे में NDA को 43 से 45 सीटें और इंडिया गठबंधन को 34 से 36 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. NDA में भाजपा को 40 सीटें. जबकि अपना दल (सोनेलाल) को 2 और रालोद के खाते में भी 2 सीटें जाने का अनुमान लगाया गया था. वहीं, इंडिया गठबंधन में सपा को 34 और कांग्रेस को 6 सीटें मिलने की बात कही गई थी.
किसे फायदा, किसे नुकसान?
2024 के लोकसभा चुनाव में सपा ने 37 सीटें जीती थीं. लेकिन ताजा सर्वे में उसे 30 सीटें मिलने का अनुमान है, यानी 7 सीटों का नुकसान. वहीं कांग्रेस 5 सीटों पर कायम रह सकती है. दूसरी ओर, भाजपा को 2024 में 33 सीटें मिली थीं, लेकिन अब उसे 40 सीटें मिलने की बात कही जा रही है, जो 7 सीटों का फायदा दर्शाता है. इस बदलाव से साफ है कि उत्तर प्रदेश में सियासी हवा का रुख अब NDA के पक्ष में जाता दिख रहा है.
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