DM अभिषेक पांडे ने किया था सस्पेंड, लेखपाल सुभाष मीणा ने एक्सट्रीम स्टेप उठा लिया! बवाल के बीच पूरा केस जानिए

Hapur News: हापुड़ में भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित लेखपाल सुभाष मीणा की मौत. तहसीलदार कार्यालय के बाहर जहरीला पदार्थ खाया. CM योगी ने दिए उच्च-स्तरीय जांच के आदेश. जानें क्या है पूरा मामला.

लेखपाल सुभाष मीणा

देवेंद्र शर्मा

• 11:54 AM • 10 Jul 2025

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Hapur News: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक महीने पहले जिलाधिकारी अभीषेक पांडे द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किए गए लेखपाल सुभाष मीणा ने बुधवार को तहसीलदार धौलाना के कार्यालय के बाहर जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई. इसके बाद मीणा को उपचार के लिए रामा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, यहां से चिकित्सकों ने उन्हें दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल के लिए रैफर किया. जानकारी मिली है कि इलाज के दौरान सुभाष मीणा की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत वापस लेने के नाम पर पांच लाख रुपए मांगने से मीणा परेशान चल रहे थे. इस मामले का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. 

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आखिर क्या है पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार, जिलाधिकारी अभिषेक पांडे से लगभग एक महिने पहले धौलाना तहसील के डहाना गांव के एक शख्स ने  शिकायत की थी. शिकायत में आरोप लगाया गया कि धौलाना तहसील में तैनात लेखपाल सुभाष मीणा खसरा-खतौनी की नकल के लिए  जबरन अवैध वसूली कर रहे हैं. इस आरोप पर जिलाधिकारी ने तत्काल लेखपाल को निलंबित करते हुए जांच के आदेश दिए थे.  

दावा किया जा रहा है कि निलंबन से आहत होकर लेखपाल सुभाष मीणा ने बुधवार की सुबह जहरीला पदार्थ का सेवन कर लिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई. आनन-फानन में लेखपाल को उपचार के लिए पिलखुवा स्थित रामा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. यहां भी जब लेखपाल की हालत में सुधार नहीं हुआ, तो चिकित्सकों ने उसे उपचार के लिए मैक्स हॉस्पिटल के लिए रैफर कर दिया. मगर, इलाज के दौरान सुभाष मीणा की मौत हो गई.

सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश

आपको बता दें कि इस घटना का गंभीर संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ जोन के मंडलायुक्त और पुलिस महानिरीक्षक को मामले की उच्च-स्तरीय जांच का निर्देश दिया है. 

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