UP News: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य सुजीता कुमारी ने लखीमपुर खीरी जिले के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में जनसुनवाई आयोजित की, जहां उन्होंने महिला उत्पीड़न से जुड़े मामलों को गंभीरता से सुना और उनके त्वरित समाधान के निर्देश दिए. इस जनसुनवाई में कुल 25 शिकायतें आईं, जिनमें घरेलू हिंसा, पारिवारिक प्रताड़ना और भूमि विवाद से संबंधित मुद्दे प्रमुख रहे. जनसुनवाई के दौरान कई मामलों का निस्तारण मौके पर ही किया गया, वहीं लंबित मामलों में संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए. सुजीता कुमारी ने स्पष्ट किया कि महिला आयोग एक वैधानिक संस्था है जो महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा और सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करने हेतु कार्यरत है.
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सुजीता कुमारी ने दिए ये निर्देश
सुजीता कुमारी ने थानों को निर्देशित किया कि महिला संबंधी शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर सुना जाए और उन पर तत्काल कार्रवाई हो. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना होगा. अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध डटकर खड़ा होना चाहिए. महिला आयोग हर उस महिला के साथ खड़ा है जो अपने हक की लड़ाई लड़ रही है."
जनसुनवाई के बाद सुजीता कुमारी ने जिले के वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने महिला सुरक्षा से जुड़ी सेवाओं जैसे पुलिस, कानूनी, चिकित्सा सहायता और आश्रय व्यवस्था का जायजा लिया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सेंटर में सभी सुविधाएं सुचारु रूप से संचालित हों और जरूरतमंद महिलाओं तक उनकी पहुंच सुनिश्चित की जाए.
कारागार के महिला बंदीगृह का भी किया गया निरीक्षण
इसके साथ ही उन्होंने जिला कारागार के महिला बंदीगृह, वहां के चिकित्सालय और रसोईघर का भी निरीक्षण किया और महिला कैदियों से संवाद कर उनकी समस्याएं जानीं. निरीक्षण के अगले चरण में वह बेहजम ब्लॉक स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय पहुंचीं. यहां उन्होंने छात्राओं के रहने, पढ़ने और भोजन की व्यवस्था का गहन निरीक्षण किया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि छात्राओं की शिक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए, साथ ही मासिक स्वास्थ्य परीक्षण और गुणवत्तापूर्ण भोजन की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित हो.
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