CM योगी आदित्यनाथ की आर्थिक सलाहकार समूह से मुलाकात: यूपी में रोजगार और हरित ऊर्जा पर बड़ा प्लान!

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आर्थिक सलाहकार समूह से मुलाकात कर यूपी को भारत की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनाने पर चर्चा की. रोजगार मिशन, इलेक्ट्रिक व्हीकल हब, 22 हजार मेगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादन और किसानों की आय बढ़ाने पर फोकस. जानें यूपी के लिए क्या है पूरा प्लान.

CM Yogi with economic advisory group.

यूपी तक

• 09:08 AM • 13 Jul 2025

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उत्तर प्रदेश को भारत की इकॉनमी का ग्रोथ इंजन बनाने की दिशा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा कदम उठाया है. मुख्यमंत्री योगी ने अपने सरकारी आवास पर नवगठित आर्थिक सलाहकार समूह के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की. इस समूह में कृषि, शिक्षा, सेमीकंडक्टर, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (MSME) और स्टार्टअप जैसे अलग-अलग सेक्टर्स के देश के जाने-माने एक्सपर्ट्स शामिल हैं. इस बैठक में उत्तर प्रदेश के विकास, रोजगार सृजन और आर्थिक मजबूती के लिए कई अहम सुझावों पर चर्चा हुई.

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यूपी बनेगा भारत की अर्थव्यवस्था का 'ग्रोथ इंजन'

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जोर देकर कहा कि उत्तर प्रदेश आज भारत की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने बताया कि इस लक्ष्य को पाने के लिए राज्य के सभी विभाग मिलकर तेज गति से काम कर रहे हैं. आर्थिक सलाहकार समूह ने भी पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश द्वारा की गई प्रगति की सराहना की और कहा कि निवेश के अनुकूल माहौल के कारण आज यूपी उन राज्यों में शामिल हो गया है जिनकी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है.

युवाओं के लिए 'उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन' और इलेक्ट्रिक व्हीकल हब

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए 'उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन' का गठन किया जा चुका है. इस मिशन के तहत जॉब मैपिंग की जाएगी और सभी विभागों के सहयोग से प्रदेश के युवाओं का कौशल विकास, भाषा प्रशिक्षण और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के मौके दिए जाएंगे. 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि जल्द ही उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रिक व्हीकल के निर्माण का हब भी बनेगा. उन्होंने बताया कि बहुत जल्द ही हिंदुजा ग्रुप की यूनिट यूपी में इलेक्ट्रिक व्हीकल का उत्पादन शुरू कर देगी. इससे स्वच्छ, टिकाऊ और आधुनिक सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा मिलेगा.

किसानों को 15-16 घंटे बिजली, रिन्यूएबल एनर्जी में बनेगा रोल मॉडल

किसानों के हित में बात करते हुए सीएम ने बताया कि जहां देश में किसानों को 8-10 घंटे बिजली मिल रही है, वहीं उत्तर प्रदेश में आज किसानों को 15-16 घंटे बिजली मिल रही है. सरकार पीएम कुसुम योजना के तहत 1 लाख सोलर पैनल उपलब्ध करा रही है और नलकूपों के सोलराइजेशन (सौर ऊर्जा से संचालन) को मिशन मोड में लागू किया है. यूपी निजी पंप सोलराइजेशन में देश में अग्रणी है, जिससे किसानों को कम लागत में बिजली मिल रही है और राज्य का विद्युत उत्पादन भी बढ़ रहा है. 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश का प्रदर्शन अच्छा है. पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर से 8 हजार मेगावॉट के पॉवर प्लांट का उद्घाटन किया था. उन्होंने बताया कि रिन्यूएबल एनर्जी (नवीकरणीय ऊर्जा) की दिशा में भी उत्तर प्रदेश ने सारी प्रक्रिया पूरी कर ली है. इसके माध्यम से वर्ष 2027 तक उत्तर प्रदेश 22 हजार मेगावॉट का उत्पादन शुरू कर देगा. उन्होंने विश्वास जताया कि उत्तर प्रदेश रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में देश का रोल मॉडल बनेगा और सरकार की नीतियां प्रदेश को हरित ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाएंगी.

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कृषि और निवेश में भी शानदार प्रगति

मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले आठ वर्षों में प्रदेश के किसानों के हित में बहुत सारे काम किए गए हैं. प्रदेश की 1 दर्जन सिंचाई परियोजनाओं को पूरा कराकर नहरों के माध्यम से 23 लाख हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचाई की सुविधा दी गई है. शारदा नहर का पानी पहली बार वाराणसी पहुंचा है. आज बुंदेलखंड और पूर्वांचल के किसान एक वर्ष में तीन-तीन फसलों का उत्पादन कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि मूंग दाल, मूंगफली और मक्का की खरीद के लिए प्रोक्योरमेंट केंद्र बनाए गए हैं. गन्ना किसानों को वर्ष 1996 से 2017 तक जितना भुगतान किया गया था, पिछले आठ वर्ष में उससे 70 हजार करोड़ ज्यादा यानी 2 लाख 85 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है.

ऊर्जा और कृषि में अग्रणी बना प्रदेश

  • सीएम योगी के मुताबिक, यूपी सौर ऊर्जा और रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में रोल मॉडल बनने की ओर बढ़ रहा है.
  • 2027 तक 22,000 मेगावॉट हरित ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है.
  • किसानों को 15-16 घंटे बिजली मिल रही है, जबकि देश में औसतन 8-10 घंटे ही मिल रही है.
  • पीएम-कुसुम योजना के तहत किसानों को 1 लाख सोलर पैनल उपलब्ध कराए जा रहे हैं.

योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पहले प्रदेश में हर साल मात्र 500 फैक्ट्रियों का रजिस्ट्रेशन होता था, लेकिन अब लगभग 4 हजार फैक्ट्रियों का रजिस्ट्रेशन हो रहा है. गोवंश संरक्षण और मत्स्य उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश ने काफी प्रगति की है. लैंड लॉक्ड स्टेट होने के बाद भी यूपी मत्स्य उत्पादन में देश के अग्रणी राज्यों में है.

आर्थिक सलाहकार समूह के अहम सुझाव

आर्थिक सलाहकार समूह ने उत्तर प्रदेश की प्रगति की सराहना करते हुए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए:

  1. खाद्य उत्पादों को ग्लोबल ब्रांड बनाना: समूह ने कहा कि 'नए भारत के नए उत्तर प्रदेश' के खाद्य पदार्थों को वैश्विक ब्रांड बनाने की आवश्यकता है, जिसमें यूपी के प्रवासियों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होगी.
  2. स्टार्टअप को बढ़ावा: प्रदेश में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए और अधिक काम करने की जरूरत है.
  3. आईटी टैलेंट मिशन: उत्तर प्रदेश में आईटी टैलेंट मिशन लॉन्च किया जाए, जिससे सॉफ्टवेयर निर्माण और निर्यात को बढ़ावा मिलेगा.
  4. अन्य क्षेत्रों में सुधार: कृषि, परिवहन, ऊर्जा, सिंचाई और उद्यमिता सहित अन्य क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने के लिए भी सुझाव दिए गए.

सरकार का उद्देश्य: आमजन की आय बढ़ाना और आर्थिक सशक्तिकरण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार की योजनाओं का मुख्य उद्देश्य आमजन की आय बढ़ाना, रोजगार के अवसर पैदा करना और प्रदेश के हर वर्ग को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है. उन्होंने जोर दिया कि आर्थिक सलाहकार समूह से प्राप्त होने वाले सुझावों का तय समय पर क्रियान्वयन आवश्यक है. यह बैठक उत्तर प्रदेश के आर्थिक भविष्य के लिए एक रोडमैप तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है.
 

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