उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां आवारा कुत्तों के झुंड ने नौ वर्षीय मासूम पिंकी को नोच-नोचकर मार डाला. बच्ची खेत में गई थी, लेकिन वहां मौजूद कुत्तों के झुंड ने उसे घेरकर हमला कर दिया और घसीटते हुए बगल के खेत में ले जाकर नोंच डाला. इस दर्दनाक घटना के बाद इलाके में भय और आक्रोश दोनों का माहौल है.
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कैसे हुआ खौफनाक हमला?
घटना थाना खैरीघाट के मटेरा कला गांव की है, जहां क्लास 3 में पढ़ने वाली राजेंद्र कुमार की नौ वर्षीय बेटी पिंकी शाम करीब पांच बजे खेत में गई थी. वहां पहले से मौजूद आवारा कुत्तों के झुंड ने उसे घेर लिया और हमला कर दिया.
कुत्तों ने उसे बुरी तरह नोच डाला, जिसके बाद वह घायल होकर जमीन पर गिर गई. इतने पर भी कुत्तों का कहर नहीं रुका, वे उसे घसीटकर दूसरे खेत में ले गए और नोंचकर खाने लगे. जब तक ग्रामीण वहां पहुंचे, कुत्तों ने बच्ची के शरीर को बुरी तरह क्षत-विक्षत कर दिया था. इस घटना के बाद गांव में सन्नाटा और मातम छा गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
इलाके में फैली दहशत, प्रशासन ने दिए निर्देश
घटना की सूचना मिलते ही थाना खैरीघाट पुलिस और तहसीलदार नानपारा अंबिका चौधरी मौके पर पहुंचे. तहसीलदार ने बताया कि बच्ची अत्यधिक खून बह जाने की वजह से मौके पर ही दम तोड़ चुकी थी. इस विभत्स घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. गांव वालों ने प्रशासन से आवारा कुत्तों को तुरंत पकड़ने और मारने की मांग की है. लोगों का कहना है कि गांव और आसपास के क्षेत्रों में कुत्तों के बढ़ते आतंक पर कोई नियंत्रण नहीं है.
पिछले साल भेड़ियों का आतंक, अब कुत्तों का खतरा!
बहराइच जिले में यह पहली बार नहीं है जब जंगली जानवरों या कुत्तों का ऐसा हमला हुआ हो. पिछले साल इसी जिले में भेड़ियों का आतंक देखने को मिला था, जब कई ग्रामीणों पर हमला हुआ था. अब आवारा कुत्तों के इस हमले ने एक बार फिर प्रशासन की लापरवाही पर सवाल खड़े कर दिए हैं. क्या प्रशासन इन हमलों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाएगा या यह सिलसिला जारी रहेगा?
क्या करें, अगर कुत्तों का हमला हो?
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति आवारा कुत्तों से घिर जाए, तो उस-
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