Uttar Pradesh News: पश्चिमी यूपी में आतंक का पर्याय रहे कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को मेरठ में अनिल दुजाना को मार गिराया था. वहीं एनकाउंटर के बाद अनिल दुजाना के शव को लेकर उसके परिजन गांव पहुंचे, जहां बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद रहे. पैतृक गांव में ही अनिल दुजाना का अंतिम संस्कार किया गया.
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अंतिम संस्कार से पहले मची चीख-पुकार
बता दें कि पोस्टमार्टम होने के बाद अनिल दुजाना का शव मेरठ से उसके पैतृक गांव दुजाना पहुंचा. शव को देखते ही चीख-पुकार मच गई. बड़ी संख्या में गांव की महिलाएं भी अनिल दुजाना के शव को देखने पहुंची थी. भारी जन सैलाब भी गांव पहुंचा. गांव के श्मशान घाट में ही अनिल दुजाना का अंतिम संस्कार किया गया. दुजाना गांव के ही श्मशान घाट में अनिल दुजाना की चिता को उसके परिवार के लोगों ने मुखाग्नि दी.
चिता जलने से पहले ऐसा था माहौल
आपको बता दें कि गरुवार को मेरठ के जानी में यूपी एसटीएफ और अनिल दुजाना के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना का एनकाउंटर हो गया. अनिल दुजाना के पैतृक गांव दुजाना में जैसे ही यह खबर फैली गांव में तनाव का माहौल पैदा हो गया. गांव का कोई भी शख्स मीडिया के सामने बात करने से बचता दिखा.
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बताया यह जा रहा है कि अनिल दुजाना अपने ससुराल बागपत जा रहा था, जिस समय उसकी और एसटीएफ की मेरठ के जानी में मुठभेड़ हुई. अनिल दुजाना पर सन 2001 में नोएडा के थाना सेक्टर 20 में डकैती का मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसके बाद सन् 2002 में गाजियाबाद के कविनगर थाना मैं हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ. इसके बाद अनिल ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपराध की दुनिया में आगे बढ़ता चला गया. अनिल दुजाना पर लगभग 5 दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे, जिसमें 18 हत्या के मुकदमे दर्ज थे. अभी कुछ दिन पहले ही अनिल दुजाना अयोध्या की जेल से बाहर आया था और आते ही दोबारा आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा था.
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