दोनों हाथ से बच्चा सिर के ऊपर उठा मां-पिता ने पार किया पानी... प्रयागराज में बाढ़ का हाहाकार, पूरे यूपी का हाल जानिए

प्रयागराज में बाढ़ का कहर जारी है, जहां एक वायरल वीडियो में मां-पिता अपने बच्चे को बचाते दिख रहे हैं. यूपी के 17 जिलों में 402 गांव प्रभावित हैं. जानें SDRF-NDRF के रेस्क्यू ऑपरेशन और राहत कार्यों के बारे में पूरी जानकारी.

Prayagraj flood viral video.

पंकज श्रीवास्तव

• 07:31 PM • 03 Aug 2025

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उत्तर प्रदेश के 17 जिले इस समय बाढ़ की चपेट में हैं, लेकिन प्रयागराज में गंगा और यमुना के बढ़ते जलस्तर ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है. इसी बीच प्रयागराज से बाढ़ का एक मार्मिक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक मां-पिता अपने मासूम बच्चे को दोनों हाथों से उठाकर कमर तक डूबे पानी में से निकलते देखे जा सकते हैं. चारों तरफ गंदगी का अंबार भी लगा हुआ है.यह वीडियो बाढ़ के समय प्रयागराज में लोगों की बेबसी को भी दिखा रहा है.

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वायरल वीडियो प्रयागराज के छोटे बघाड़ा इलाके का बताया जा रहा है. यहां बाढ़ का पानी गलियों से लेकर घरों तक घुस गया है. इस इलाके में लोगों के घर, गाड़ियां और यहां तक कि मंदिर भी पानी में डूबे हुए हैं. रसूलाबाद घाट पर पानी आने से अंतिम संस्कार भी रोक दिए गए हैं.

यहां नीचे देखिए वायरल वीडियो पर यूपी Tak की खास Video रिपोर्ट

यूपी में 402 गांव बाढ़ से प्रभावित, 17 जिलों में अलर्ट

उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी के अनुसार राज्य के कुल 17 जिलों में बाढ़ का असर देखने को मिल रहा है. यूपी की 37 तहसील के 402 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. इस बाढ़ से 84392 लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं.

प्रभावित जिले: कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, औरैया, चित्रकूट, बलिया, बांदा, गाजीपुर, मीरजापुर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जालौन, कानपुर देहात, हमीरपुर, इटावा और फतेहपुर.

बाढ़ से अब तक 343 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और 4,015 हेक्टेयर से अधिक फसल बर्बाद हो गई है.

प्रयागराज में प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों के लिए 18 राहत केंद्र बनाए हैं, जहां 6,000 से ज्यादा लोग रह रहे हैं. इन केंद्रों पर रहने, खाने और पीने का इंतजाम किया गया है. पूरे यूपी में बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है.SDRF, NDRF, PAC और जल पुलिस की टीमें लगातार गश्त कर रही हैं. बाढ़ पीड़ितों को बचाने के लिए 493 नावों का इस्तेमाल किया जा रहा है.

राहत शिविरों में अब तक 6536 फूड पैकेट और 76632 लंच पैकेट बांटे गए हैं. लोगों को ताजा खाना देने के लिए 29 सामुदायिक रसोईघर (लंगर) भी लगाए गए हैं. 757 स्वास्थ्य टीमें लोगों का मेडिकल चेक-अप कर रही हैं. स्थिति पर लगातार नजर रखने के लिए 1193 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं. 327 प्रभावित परिवारों को मुआवजा दिया जा चुका है. सरकार ने फसल और घरेलू नुकसान के लिए 24 घंटे के भीतर सहायता राशि देने का वादा किया है.

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