UP News: देश में एसआईआर फॉर्म यानी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण का अभियान युद्ध स्तर पर चल रहा है. सभी बीएलओ युद्धस्तर पर इस अभियान में जुटे हुए हैं. इसी बीच अभियान में लगे बीएलओ की मौत की खबरें भी लगातार सामने आ रही हैं. ताजा मामला देवरिया से सामने आया है. यहां बीएलओ रंजू दुबे की अचानक मौत हो गई. उनकी उम्र 44 साल थी. अब रंजू दुबे के पति जगदंबा दुबे ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाए हैं.
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बीएलओ रंजू दुबे के साथ क्या हुआ?
देवरिया की रुद्रपुर तहसील की रहने वाली रंजू दूबे प्राथमिक विद्यालय मठिया में शिक्षा मित्र के पद पर तैनात थी. एसआईआर के लिए उनकी बीएलओ ड्यूटी लगाई गई थी. महिला के पति जगदंबा दुबे का आरोप है कि मंगलवार को सुपरवाइजर का फोन पत्नी के पास आया और बोला गया कि 6 बजे वीडियो कॉल पर जुड़ना है. वीडियो कॉल पर तय हुआ कि सभी बीएलओ को 50 फॉर्म ऑनलाइन जमा करवाने हैं. साथ में ये भी बोला गया कि अगर फॉर्म 10 बजे तक जमा नहीं किए जाएंगे तो फिर तहसील आकर फॉर्म जमा करने पड़ेंगे.
पति का कहना है कि इस ऑनलाइन मीटिंग के बाद पत्नी तनाव में आ गई और कुछ देर बाद उसे हार्ट अटैक हो गया. अटैक आने के बाद परिजन उसे फौरन देवरिया मेडिकल कॉलेज ले गए. मगर रास्ते में ही महिला की मौत हो गई. बुधवार की सुबह परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया.
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने ये कहा
इस मामले को लेकर UP TAK ने जिलाधिकारी दिव्या मित्तल से फोन पर बात की. उन्होंने बताया, इस मामले में अभी तक परिजनों की तरफ से कोई शिकायत नहीं मिली है. परिजनों ने कोई मांग भी नहीं रखी है. एसडीएम से जानकारी मिली है कि महिला पहले से ही हार्ट की मरीज थी. उनका लखनऊ में इलाज भी चल रहा था. जब उनकी ड्यूटी लगाई गई, तब भी महिला ने ड्यूटी कटवाने के लिए कोई आवेदन नहीं किया. पीड़ित परिवार के साथ पूरी संवेदना है.
कांग्रेस नेता पीड़ित परिवार से करेंगे मुलाकात
अब इस मामले में कांग्रेस सक्रिय हो गई है. रुद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के ही रहने वाले कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह अब पीड़ित परिवार से मिलने जाएंगे. उनका कहना है कि एसआईआर में मानसिक दवाब और शारीरिक दबाव के चलते रंजू दुबे की मौत हुई है. कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय भी पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर जाएंगे.
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