गोरखपुर की जनता पीड़ित, लेकिन समझ नहीं पाती कि किससे अपना दुख कहे: चंद्रशेखर आजाद

कुमार कुणाल

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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से मैदान में उतरे आजाद समाज पार्टी (ASP) चीफ चंद्रशेखर आजाद ने यूपी तक से खास बातचीत की है. इस दौरान उन्होंने ऐलान किया कि वह ‘चुनाव के बाद गोरखपुर या कुशीनगर में अपना घर बनाएंगे.’

आजाद ने कहा, “जब यहां आए तो लगता था रास्ता कठिन है लेकिन जब गोरखपुर की गलियों में गया तो लोग पीड़ित हैं. मैंने प्रयास किया कि लोग जागें और चुप्पी तोड़ें और इस प्रयास में सफलता हासिल हुई.”

उन्होंने कहा, “2 दिन पहले मैंने रोड शो का कार्यक्रम तैयार किया और कल जो रोड शो हुआ उसमें हजारों लोग आए और उत्साह और बढ़ गया है कि जनता साथ आ गई है.”

ASP चीफ ने कहा, “गोरखपुर की जनता पीड़ित है लेकिन समझ नहीं पाती कि किससे अपना दुख कहे क्योंकि जो मुख्यमंत्री हैं और यहां से बीजेपी उम्मीदवार हैं उन्हें परेशानियां दिखती नहीं हैं.”

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गोरखपुर शहर से चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने कहा, “पहली बात तो यह है कि भारतीय लोकतंत्र की सुंदरता यह है कि प्रधानमंत्री गुजरात के हैं लेकिन बनारस में जाकर चुनाव लड़ते हैं और राहुल गांधी यहां के हैं और केरल में जाकर चुनाव लड़ते हैं फिर मैं तो उत्तर प्रदेश का ही हूं.”

सीएम योगी को निशाने पर लेते हुए आजाद ने कहा, “मैंने पहले ही कहा था कि एक क्रूर तानाशाह व्यक्ति मुख्यमंत्री है तो वह जहां से चुनाव लड़ेंगे, मैं वहीं से चुनाव लड़ूंगा, यह फैसला किया था और अगर भगत सिंह ने पहले ही सोच लिया होता कि अंग्रेजों से नहीं लड़ना तो भारत को आजादी नहीं मिल पाती.”

उन्होंने कहा, “दो प्रकार का लोकतंत्र है, एक लोकतंत्र है चुप रहना और सहना और दूसरा यह है कि अधिकार छीन कर लेना, तो जब मैं आया था तो यहां बेबसी दिखी थी लेकिन अब लोगों ने बोलना शुरू कर दिया है.”

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ASP चीफ ने कहा, “चंद्रशेखर आजाद यहां पर आजादी दिलाने के लिए आए हैं और एक डर लोगों के जेहन में था कि मैं यहां से चला जाऊंगा और अगर आपके साथ आया तो मेरे खिलाफ मुकदमा होगा हमारा घर तोड़ दिया जाएगा, तो मैंने आपके चैनल के माध्यम से यह ऐलान किया है कि मैं या तो इसके बाद गोरखपुर रहूंगा या फिर गौतम बुद्ध की जमीन है कुशीनगर वहां पर अपना घर बनाऊंगा.”

आजाद ने कहा, “मेरा मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ना एक सोचा समझा फैसला है और बीजेपी के सबसे ताकतवर जो उम्मीदवार हैं उनके खिलाफ लड़ने का फैसला लेना सोच कर ही लिया गया है और दूसरे दल तो डमी प्रत्याशी उतार रहे हैं. लोग भी चाहते थे कि एक मजबूत उम्मीदवार उनके खिलाफ उतरे.”

उन्होंने कहा, “मैं पहला ऐसा व्यक्ति हूं जो सहयोग से चुनाव लड़ रहा हूं और ऐसा लोकतंत्र में बड़ा मुश्किल है तो मैंने समझ-बूझ कर फैसला लिया है और जीतने के लिए फैसला लिया है कि मुख्यमंत्री को हराएं और भविष्य में कोई तानाशाही नहीं कर पाए.”

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ASP चीफ ने कहा, “पूरा गोरखपुर खुदा पड़ा हुआ है और यहां पर कई महीने तक लोग डूब कर रहते हैं तो जब मैं जनता को बताता हूं कि मैं यहां क्यों आया हूं और मेरा मकसद क्या है तो लोग मुझसे जुड़ते हैं.”

उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर कहा, “जो लोग टैक्स देते हैं वो लोग डूब कर क्यों रहें और जनता उन पर भरोसा क्यों करें? 1998 से 2017 तक 5 बार यहां पर सांसद रहे तो उन्होंने गोरखपुर के लिए क्या किया? अगर उन्होंने विकास किया तो उस पर वोट क्यों नहीं मांग रहे हैं.”

आजाद ने सीएम योगी से पूछा, “5 साल से आप मुख्यमंत्री हैं तो गोरखपुर में कितने लोगों को रोजगार मिला, कितने रेहड़ी पटरी वालों को पक्की दुकान मिली, कितनी सफाई हुआ?”

उन्होंने कहा, “मैं एफिडेविट दे करके यह कहना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री के मठ से डेढ़ 200 मीटर पर पानी भरा हुआ है और अगर मैं झूठ बोल रहा हूं तो इसको मैं एफिडेविट देकर चैलेंज करना चाहता हूं मुख्यमंत्री को.”

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