मंत्री के सामने दिखावे का चक्कर, डॉक्टरों ने किया मृत महिला का इलाज, परिजन को बंटवाए फल

संतोष बंसल

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उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से हैरान कर देने वाला एक मामला सामने आया है. आरोप है कि यहां जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह के सामने डॉक्टर एक महिला की डेड बॉडी का इलाज करते रहे. इतना ही नहीं अस्पताल प्रशासन ने मंत्री से मरने वाली महिला के तीमारदार को फल भी बंटवा दिए. मंत्री के सामने लाश का इलाज करने वाले डॉक्टरों की पोल उस समय खुल गई जब चित्रकूट की जिला पंचायत सदस्य मीरा भारती ने डॉक्टरों की ‘शर्मनाक करतूत’ की पोल खोलते हुए प्रभारी मंत्री को इसकी जानकारी दी. वहीं, मामले में जयवीर सिंह ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं.

क्या है मामला?

आपको बता दें कि चित्रकूट मंडल के प्रभारी मंत्री और योगी सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के मंत्री जयवीर सिंह अपने दो दिवसीय चित्रकूट दौरे पर चित्रकूट पहुंचे. चित्रकूट पहुंचने पर भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने मंत्री का जोरदार स्वागत किया. बाद में मंडल के प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह चित्रकूट के जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे.

आरोप है कि मंत्री जब अस्पताल का निरीक्षण कर रहे थे तो चित्रकूट के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भूपेश त्रिपाठी ने ना सिर्फ मृतक महिला की जांच की, बल्कि मंत्री के हाथों उसकी तीमारदार को फल भी वितरित करवा दिए. मंत्री के सामने लाश का इलाज करने वाले डॉक्टरों की पोल उस समय खुल गई जब चित्रकूट की जिला पंचायत सदस्य मीरा भारती ने डॉक्टरों की ‘शर्मनाक करतूत’ की पोल खोलते हुए प्रभारी मंत्री को इसकी जानकारी दे हंगामा शुरू कर दिया.

इसके बाद जयवीर सिंह दोबारा उस कक्ष में पहुंचे और डॉक्टरों से पूछताछ करने लगे तो पूरे स्वास्थ्य विभाग की सांसे अटक गईं. पहले तो चित्रकूट के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भूपेश त्रिपाठी महिला की मौत से इनकार करते रहे और मृतका के सीने को दबाकर उसकी सांसे दोबारा लौटाने की कवायद करते रहे. मगर बाद में आखिर उन्होंने भी अपने हाथ खड़े कर दिए और महिला को मृत घोषित कर दिया. जिला अस्पताल के डॉक्टरों, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी का यह शर्मनाक कृत्य यूपी तक के कैमरे में भी कैद हो गया.

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आपको बता दें कि इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हमाल बोला है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, “मृतका को संवेदना के फूल की जगह असंवेदनशील मंत्री जी फल दे आए. मृतका को श्रद्धांजलि. भाजपाइयों के लिए जन-संपर्क औपचारिकता है.”

डॉक्टरों की इस घोर लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त करते हुए योगी सरकार के मंत्री ने चित्रकूट के जिलाधिकारी को पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराने के आदेश दिए हैं. मंत्री का कहना है, “जिला अस्पताल में जो कमियां पाई गई हैं, उनका समाधान किया जाएगा. चित्रकूट के मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रतिदिन 1 घंटे जिला अस्पताल में ड्यूटी देंगे और दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी.”

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