शाइस्ता ने तो इस तारीख को ही बता दिया था कि पति, देवर और बेटा मारा जाएगा! लेटर वायरल

संतोष शर्मा

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Shaista Parveen News: 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड के बाद मामले की आरोपी और माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने 27 फरवरी को सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा था, जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. आपको बता दें कि पत्र लिख शाइस्ता ने उमेश पाल मर्डर केस की सीबीआई जांच की मांग की थी. साथ ही तब शाइस्ता ने आशंका जताई थी कि भविष्य में उसके पति, देवर और बेटों की हत्या की जा सकती है. खबर में आगे जानिए शाइस्ता के पत्र की कुछ अहम बातें.

जानें शाइस्ता के पत्र की 4 अहम बातें

  • “एक सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मेरे बेटे को शूटर बताया गया है, जबकि यह आरोप बिलकुल निराधार है.”
  • “सत्यता ये है कि जबसे बहुजन समाज पार्टी से मुझे प्रयागराज से महापौर का प्रत्याशी घोषित किया गया तबसे यहां के एक स्थानीय नेता आपकी सरकार में काबीना मंत्री ने महापौर पद अपने पास रखे रहने के लिए हम लोगों को चुनावों से दूर रखने की साजिश रचना शुरू कर दिया था और उसी साजिश के परिणाम स्वरूप एक ऐसे व्यक्ति की हत्या करवाई गई जिसकी हत्या का आरोप मेरे पति पर लगना स्वाभाविक था.”
  • “मेरे पति या मेरे देवर के पास उमेश पाल हत्या करवाने का कोई मकसद नहीं था. ये एक गंभीर राजनीतिक साजिश है, जिसका पर्दाफाश स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच से ही संभव है.”
  • “प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर श्री रमित शर्मा और एसटीएफ चीफ श्री अमिताभ यश जो कि श्री अतीक अहमद के विरोधियों से उनकी हत्या की सुपारी बहुत पहले से लिए बैठे हैं. आपके द्वारा मिट्टी में मिला देने वाले बयान से इन पुलिस अधिकारियों को मेरे पति और देवर की हत्या की साजिश को अंजाम देने का पूरी तरह से अवसर मिल गया है. यदि आपने दखल नहीं दिया तो मेरे पति और देवर तथा पुत्रों की हत्या हो जाएगी.”

गौरतलब है कि शनिवार, 15 अप्रैल की तारीख को उत्तर प्रदेश में एक बड़ी घटना घटी. इन दिन पूर्व सांसद और माफिया अतीक और उसके छोटे भाई अशरफ की प्रयागराज में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई. यह वारदात तब घटी, जब पुलिस दोनों भाइयों को प्रयागराज के एक अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए ले जा रही थी. ध्यान देनी वाली बात यह है कि अतीक की हत्या उस दिन हुई, जिस दिन उसके तीसरे नंबर के बेटे असद को सुपुर्द-ए-खाक किया गया था. दरअसल, उमेश पाल मर्डर केस में 5 लाख रुपये का इनामिया असद फरार चल रहा था, जिसका 13 अप्रैल को झांसी में UPSTF ने एनकाउंटर कर दिया था.

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