संभल कोल्ड स्टोरेज हादसा: मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 10, अंतिम चरण में राहत बचाव का काम

अभिनव माथुर

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Sambhal News: उत्तर प्रदेश के संभल जिले के चंदौसी थाना क्षेत्र में एक निजी कोल्ड स्टोरेज के चैंबर की छत ढहने से मलबे में दबकर मरने वालों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 10 हो गई. संभल के जिलाधिकारी मनीष बंसल ने यह जानकारी दी है. जिलाधिकारी ने कहा, “अब तक 21 लोगों को निकाला गया है. उनमें से 11 जीवित निकले हैं, उनका इलाज चल रहा है. 10 लोगों की मौत हो चुकी है. राहत बचाव का काम अंतिम चरण में चल रहा है. पूरी उम्मीद है जल्द से जल्द हम इसे पूरा करेंगे.” वहीं, मौके पर पहुंचे यूपी सरकार के मंत्री धर्मपाल सिंह ने यूपी तक को बताया कि मामले में जिला उद्यान अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है.

प्रत्येक मृतक के परिजन को दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा

इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. उन्होंने घटना के पीछे के कारणों की जांच के लिए एक समिति भी गठित की है. लखनऊ में एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने प्रत्येक मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये, जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने हादसे में घायल लोगों को नि:शुल्क इलाज उपलब्ध कराने को भी कहा है.

प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आयुक्त और डीआईजी (पुलिस उप महानिरीक्षक), मुरादाबाद के नेतृत्व में एक जांच समिति भी गठित की है, जो कोल्ड स्टोरेज ढहने के कारणों की जांच करेगी और जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपेगी.

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घटना के बाद से कोल्ड स्टोरेज के मालिक हैं फरार

इससे पहले DIG शलभ माथुर ने कहा था, “कोल्ड स्टोरेज के मालिक अंकुर अग्रवाल और रोहित अग्रवाल के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है.” उन्होंने कहा था कि अंकुर और रोहित घटना के बाद से फरार हैं और दोनों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीम लगाई गई है.

उन्होंने बताया था, “कोल्ड स्टोरेज का जो हिस्सा ढहा है, वो तीन माह पहले ही बनाया गया था, लेकिन इसके लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई थी. इसके अलावा, कोल्ड स्टोरेज में क्षमता से अधिक मात्रा में आलू रखा गया था.” पुलिस के अनुसार, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और पुलिस की टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं.

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(भाषा के इनपुट्स के साथ)

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