अतीक की पत्नी ने की उमेश पाल हत्या केस में CBI जांच की मांग, जताई पति की हत्या की आशंका

संतोष शर्मा

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Umesh Pal Murder Case: विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके सुरक्षाकर्मी की हत्या के मामले में यूपी की राजनीति गर्म है. सरेआम हुई इस वारदात ने उत्तर प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. आपको बता दें कि राजू पाल की हत्या का आरोप अतीक अहमद पर है. इस बीच अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र एक पत्र लिखा है. शाइस्ता परवीन ने पत्र में प्रयागराज पुलिस, कमिश्नर रमेश शर्मा और एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश पर विरोधियों से मिलकर पति अतीक अहमद और अतीक के छोटे भाई अशरफ की हत्या की सुपारी लेने का आरोप लगाया है. वहीं, शाइस्ता परवीन ने उमेश पाल हत्याकांड में दर्ज केस की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है.

अतीक पत्नी ने जताई ये आशंका

मिली जानकारी के अनुसार, शाइस्ता परवीन ने रिमांड के बहाने अतीक अहमद और अशरफ को अहमदाबाद और बरेली जेल से बुलाकर रास्ते में हत्या करवाने की आशंका जताई है. शाइस्ता परवीन ने अपने पत्र में लिखा, “प्रयागराज में बसपा से महापौर का प्रत्याशी घोषित करने के बाद से यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री ने महापौर का पद अपने पास रखने और हम लोगों को चुनाव से दूर रखने की साजिश रचनी शुरू कर दी है. उसी साजिश के परिणाम स्वरूप एक ऐसे व्यक्ति की हत्या करवाई गई जिसकी हत्या का आरोप मेरे पति पर लगना अवश्यंभावी था.”

शाइस्ता ने की ये भी मांग

आपको बता दें कि कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल नंदी की पत्नी अभिलाषा नंदी प्रयागराज में निवर्तमान मेयर हैं. अपने पत्र में शाइस्ता परवीन ने मंत्री नंदगोपाल नंदी पर निशाना साधा है. वहीं, शाइस्ता ने उमेश पाल की हत्या की शाम से पुलिस कस्टडी में लिए गए अतीक अहमद के दो अन्य बेटे अहजम और आबान को रिहा करने के लिए भी गुहार लगाई है. उल्लेखनीय है कि राजू पाल बसपा के विधायक थे और 2005 में उनकी हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल उस हत्याकांड के मुख्य गवाह था.

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