यूपी चुनाव: जानिए बीजेपी के साथ सीट बंटवारे को लेकर क्या बोलीं अनुप्रिया पटेल

भाषा

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोगी और अपना दल (एस) की प्रमुख अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि राजनीतिक इतिहास साफ दिखाता है कि उत्तर प्रदेश में जिस पार्टी या गठबंधन को ओबीसी का समर्थन मिलता है, वही सत्ता में आता है.

देश के राजनीतिक रूप से सबसे अहम राज्य में बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के फिर से सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त पटेल ने कहा कि सामाजिक न्याय के लिए यह महत्वपूर्ण है कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को अधिक राजनीतिक प्रतिनिधित्व दिया जाए.

केंद्रीय मंत्री ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में वरिष्ठ बीजेपी नेता और गृह मंत्री अमित शाह की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने जिस जातिगत समीकरण को आकार दिया, उसने एनडीए को एक के बाद एक तीन चुनावों में भारी जीत दिलाई.

उन्होंने कहा, ‘‘अमित शाह जी ने सभी जातियों खासतौर से ओबीसी को उचित स्थान देकर जातियों का एक गुलदस्ता बनाकर उत्तर प्रदेश में बहुत खूबसूरती से काम किया.’’ उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में मतदाताओं के बीच एनडीए की ‘‘अच्छी स्थिति’’ है. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि हम पूर्ण बहुमत के साथ फिर से सरकार बनाएंगे.”

ओबीसी उम्मीदवारों को और टिकटें देने की पैरवी करते हुए पटेल ने कहा, ‘‘अगर आप राजनीतिक दलों के चुनावी प्रदर्शन और उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने का इतिहास देखें तो पाएंगे कि ओबीसी का जिस पार्टी और गठबंधन की ओर झुकाव होता है वह राज्य में सत्ता में आती है.’’

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

पटेल ने कहा कि वह और उनकी पार्टी ओबीसी को अधिक राजनीतिक प्रतिनिधित्व देने के पक्ष में रही हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा ‘‘समाज के हाशिये पर पड़े वर्गों की ओर बहुत संवेदनशील’’ रहे हैं.

अनुप्रिया पटेल ने कहा,

ADVERTISEMENT

‘‘अगर आप सच में सामाजिक न्याय चाहते हैं तो ओबीसी को अधिक प्रतिनिधित्व देना चाहिए खासतौर से उत्तर प्रदेश में, जहां उनकी आबादी का एक बड़ा हिस्सा रहता है.’’

अनुप्रिया पटेल, अपना दल(एस), अध्यक्ष

मिर्जापुर से सांसद पटेल आगामी विधानसभा चुनावों में पिछड़े समुदाय का समर्थन हासिल करने को लेकर आशावान हैं और उन्होंने कहा कि एनडीए का समाज के इस वर्ग के बीच अच्छा तालमेल है क्योंकि मोदी सरकार की योजनाएं गरीब समर्थक हैं और उनका मकसद हाशिए पर पड़े वर्गों की मदद करना है.

ADVERTISEMENT

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पिछड़े वर्गों की आकांक्षाओं और आवश्यकताओं को लेकर हमेशा संवेदनशील रहे हैं, यह दिखाई दिया जब उन्होंने नीट परीक्षा की अखिल भारतीय श्रेणी में ओबीसी कोटा दिया.

बीजेपी के साथ सीटों के बंटवारे पर अपना दल (एस) की नेता ने कहा कि वह अभी कोई संख्या नहीं बता सकती लेकिन दोनों दल एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं और बातचीत चल रही है.

कुर्मी ओबीसी जाति से आने वाली पटेल जाति आधारित जनगणना की पक्षधर रही हैं. बीजेपी ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है.

विधानसभा चुनाव नजदीक आने पर उत्तर प्रदेश में सभी बड़े राजनीतिक दल चुनावी मैदान में कूद पड़े हैं और वे ओबीसी मतदाताओं को लुभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. राज्य की कुल आबादी के 40 प्रतिशत से अधिक लोग ओबीसी से आते हैं.

UP चुनाव: सीएम योगी बोले- ‘यूपी के लोग एक बार फिर विपक्षी गठबंधन को खारिज करेंगे’

follow whatsapp

ADVERTISEMENT