अखिलेश यादव ने बताया, भीम आर्मी के चंद्रशेखर को दिया था क्या ऑफर, किया फोन कॉल का जिक्र
उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि समाजवादी पार्टी और आजाद समाज पार्टी के बीच गठबंधन हो…
ADVERTISEMENT

उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि समाजवादी पार्टी और आजाद समाज पार्टी के बीच गठबंधन हो जाएगा. इन कयासों के बीच शनिवार को भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया कि उनका समाजवादी पार्टी से कोई गठबंधन नहीं होगा.
इस दौरान चंद्रशेखर आजाद ने आरोप लगाया है कि अखिलेश यादव ने दलित समाज को अपमानित करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को दलितों के वोट चाहिए लेकिन उन्हें दलित लीडरशिप नहीं चाहिए.
वहीं, चंद्रशेखर आजाद के बयान के बाद शनिवार को ही एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने आजाद समाज पार्टी से गठबंधन को लेकर अपना बयान दिया.
यह भी पढ़ें...
अखिलेश यादव ने कहा,
“एसपी से उन्होंने जो भी बात की, मैंने उसी समय आरएलडी से बात करके रामपुर मनिहारन और गाजियाबाद की सीट छोड़ दी. 2 सीटें दे दी गई थीं, इसके बाद उन्होंने किसी को फोन मिलाया, अब वो किससे बातचीत हुई मैं नहीं जनता. और उसके बाद वो आए और कहा मेरा संगठन मेरे खिलाफ है और मैं चुनाव नहीं लड़ सकता.”
अखिलेश यादव
आपको बता दें कि अब तक एसपी ने विधानसभा चुनाव के लिए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट), राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी), अपना दल (कमेरावादी), प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया), महान दल और टीएमसी से गठबंधन किया है.
अखिलेश यादव ने किया साफ, मेनका और वरुण गांधी से न हुई मुलाकात और न हुई कोई बात