‘मायावती को साथ लाने की जिम्मेदारी सिर्फ हमारी नहीं अखिलेश की भी’, कांग्रेस प्रभारी का बड़ा बयान

कुमार कुणाल

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सत्तापक्ष बीजेपी से लेकर सभी विपक्षी दल आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तैयारियों में जुटे हैं. लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर यूपी में भी सियासी पारा बढ़ गया है. यूपी में फिलहाल विपक्षी दलों में गठबंधन की तस्वीर साफ नहीं हुई है.

सपा चीफ अखिलेश यादव ने लगातार बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन की संभावनाओं से इनकार किया है, तो वहीं दूसरी तरफ बसपा प्रमुख मायावती भी समाजवादी पार्टी के खिलाफ खुलकर बोल रही हैं. लेकिन कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने यूपीतक से बातचीत में कहा कि बीजेपी को हराने के लिए सभी सेकुलर पार्टियों को एक साथ आना ही होगा और उसमें समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी शामिल हैं.

कौन लड़ेगा कितनी सीट, क्या है यूपी का फॉर्मूला?

मंगलवार को इंडिया ब्लॉक गठबंधन में शामिल यूपी की पार्टियों के बीच शुरुआती बैठक हुई. चर्चा चल रही है कि समाजवादी पार्टी 60 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है और बाकी सीट गठबंधन के सहयोगी दलों को देने का प्रस्ताव रख रही है, जिसमें कांग्रेस भी शामिल है. इस सवाल पर कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने साफ तौर पर कहा कि ‘जो भी कयास लगाए जा रहे हैं वह सरासर गलत है और अभी तक सीटों की संख्या को लेकर कोई भी बातचीत सहयोगियों के बीच नहीं हुई है.’

कांग्रेस की तरफ से यह भी इशारा किया गया है कि वह बीजेपी विरोधी सभी पार्टियों के साथ संपर्क में है और बातचीत भी लगातार चल रही है. अविनाश पांडे ने यह साफ किया कि बीजेपी के खिलाफ जीत तभी हासिल की जा सकती है जब सभी सीटों पर विपक्ष एक साझा उम्मीदवार बीजेपी के उम्मीदवार के खिलाफ उतारे और यह जिम्मेदारी सिर्फ कांग्रेस की नहीं बल्कि बाकी विरोधियों की भी है.

बीएसपी को लेकर अखिलेश के बयान पर क्या बोली कांग्रेस?

कांग्रेस को अभी भी उम्मीद है कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी इंडिया गठबंधन का हिस्सा होंगे. जब अविनाश पांडे से यह सवाल पूछा गया कि अखिलेश यादव तो बहुजन समाज पार्टी पर भरोसा करने से ही मना कर रहे हैं तो ऐसे में क्या कांग्रेस गारंटी लेगी? तो उसे पर उन्होंने बड़ा रोचक जवाब दिया.

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पांडे ने कहा कि ‘अखिलेश यादव स्वयं ही परिपक्व नेता हैं और उत्तर प्रदेश का नेतृत्व कर चुके हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि उन्हें भी अपनी जिम्मेदारी का एहसास है कि अगर बीजेपी को हराना है तो सभी दलों को साथ आना पड़ेगा. मैं किसी विशेष दल का नाम नहीं ले रहा हूं.’

तो क्या कांग्रेस बना रही है अपना प्लान बी?

राजनीतिक गलियारों में इस बात की भी चर्चा है कि अगर समाजवादी पार्टी अपने रुख पर कायम रहती है और कांग्रेस को काफी कम सीट देती है तो ऐसी हालत में कांग्रेस एक प्लान बी बना कर भी काम कर रही है. ऐसी हालत में कांग्रेस बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन का चुनाव लड़ने की संभावनाएं बनाकर रखना चाहती है.

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