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बृजभूषण के खिलाफ शिकायत को लेकर दिल्ली पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट पर कोर्ट ने आदेश सुरक्षित रखा

भाषा

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भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एक नाबालिग पहलवान द्वारा दर्ज यौन उत्पीड़न की शिकायत पर दिल्ली पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट स्वीकार करने के संबंध में दिल्ली की एक अदालत 6 अक्टूबर को फैसला सुनाएगी. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश छवि कपूर को बुधवार को आदेश सुनाना था. उन्होंने यह कहते हुए मामले को स्थगित कर दिया कि आदेश तैयार नहीं है.

दिल्ली पुलिस ने 15 जून को अदालत में एक रिपोर्ट दाखिल की थी और नाबालिग पहलवान द्वारा दर्ज कराये गए मामले को निरस्त करने का अनुरोध किया था.

पीड़ित पहलवानों ने लगाई आरोपों को झड़ी

याचिकाकर्ता पीड़ित महिला पहलवान की तरफ़ से वकील रेबिका जॉन ने कहा कि, उसने अपनी शिकायत में बताया था कि 2018 में बृजभूषण में दिल्ली में अपने ऑफिस में उसके साथ बदसलूकी किया और कहा कि ट्विटर पर लिखने की क्या ज़रूरत है. तुमको क्या चहिए, उसके बाद एक बार फिर बृजभूषण ने अपने घर पर मेरे साथ बदसलूकी किया. उस दिन मैं इतना घबरा गई थी कि उस दिन किसी भी पेपर दस्तख़त के लिए कहते तो मैं कर देती. क्योंकि मुझे अपनी जान छुड़ानी थी.’ महिला पहलवान की तरफ़ से वकील रेबिका जॉन ने कहा 2018 में सिरीफोर्ट स्टेडियम में एक मैच हारने के बाद बृजभूषण ने सांत्वना देने के बजने 15-20 सेकेंड तक ज़बरदस्ती मुझको गले लगाया.

कोर्ट में दी ये जानकारी

रेबिका जॉन ने कहा कि 2019 में कजाकिस्तान ओलंपिक क्वालिफिकेशन के मैच के बाद बृजभूषण ने सबके सामने मेरी छाती और पेट पर हाथ रखा लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा, क्योंकि मुझको डर था मेरा कैरियर खराब हो सकता था. जनवरी 2023 में धरने पर बैठी थी. उसके बाद ओवर साइट कमेटी में मेरा बयान दर्ज हुआ. लेकिन वहां पर बयान सही से दर्ज नहीं किया गया. जो लोग वहां मौजूद थे वह बृजभूषण का बचाव कर रहे थे. हमने इसकी शिकायत की कि कमेटी में कोई पुरुष ना रखा जाए. लेकिन हमारी बात नहीं सुनी गई.

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बृजभूषण ने अपनी ताकत का किया गलत इस्तेमाल

लखनऊ में हुई घटना के बारे में बताते हुए कहा कि एशियन चैम्पियनशिप के ट्रायल के दौरान ग्रुप फोटोग्राफी के दौरान बृजभूषण ने कंधा पकड़ कर अपनी तरफ खींचा था. मेरे हिप पर हाथ मार था. उसके बाद मैं फोटोग्राफी के लिए बृजभूषण के पास से हट कर दूसरी जगह चली गई थी. रेबिका जॉन ने कहा एक FIR इनसाइक्लोपीडिया नहीं होती है, FIR एक घटना या कई घटनाओं पर भी हो सकती है. जॉन ने कहा सभी शिकायतों से साफ दिखता है कि बृजभूषण अपने शक्ति का इस्तेमाल कर उनको प्रभावित करने की कोशिश करते थे.

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