‘आखिरी समय पर बनारस में ही रहा जाता है’, PM को लेकर अखिलेश के बयान पर बवाल, BJP हुई हमलावर

संतोष शर्मा

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उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच वार-पलटवार का दौर तेजी पकड़ चुका है. इस बीच समाजवादी पार्टी (एसपी) अध्यक्ष अखिलेश यादव के एक बयान पर सियासी घमासान छिड़ गया है.

दरअसल 13 दिसंबर को जब अखिलेश मीडिया से बात कर रहे थे, तब उनसे इस पर प्रतिक्रिया मांगी गई कि ‘बनारस में आज प्रधानमंत्री हैं और एक महीने के कार्यक्रम वहां रखे जा रहे हैं.’

अखिलेश ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ”बहुत अच्छी बात है, एक महीना नहीं, दो महीना, तीन महीना, वहीं रहें. अच्छी बात है. वो जगह रहने वाली है. आखिरी समय पर वहीं रहा जाता है बनारस में.”

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अखिलेश के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जमकर हमला बोला है. बीजेपी उत्तर प्रदेश ने ट्वीट कर कहा है, ”अखिलेश यादव का यह बयान शर्मनाक है. आज जब विश्वनाथ धाम के संवर्धन का इतना विशिष्ट काम हुआ, तब प्रधानमंत्री के लिए मृत्यु की इच्छा जताना उनकी विकृत मानसिकता को दर्शाता है. चुनाव में दिख रही हार से बौखलाए अखिलेश अपना संतुलन खो बैठे हैं.”

इसके अलावा बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, ”अखिलेश यादव का यह बयान बहुत निंदनीय है. जिस तरह से आज उन्होंने प्रधानमंत्री जी के संदर्भ में ये घृणित टिप्पणी करने का काम किया है, ये उनकी हताशा और बौखलाहट को दिखाने का काम कर रहा है.”

त्रिपाठी ने आगे कहा, ”जब तक (अखिलेश) सत्ता में रहे तब तक अयोध्या के लिए, काशी के लिए, मथुरा के लिए उनका किस प्रकार का दुराग्रह रहा है, ये उत्तर प्रदेश की जनता ने देखा है, लेकिन आज जिस तरह से प्रधानमंत्री जी के लिए टिप्पणी उन्होंने की है, यह न केवल काशी वासियों के लिए अपमानजनक है बल्कि पूरे हिंदू समाज के लिए अपमानजनक है.”

बीजेपी प्रवक्ता ने आगे कहा, ”एक ऐसा नेता जिसको देश ही नहीं, बल्कि दुनिया इतना प्यार कर रही है, लोकप्रियता के सोपान पर खड़े प्रधानमंत्री के लिए ऐसी टिप्पणी अखिलेश यादव को महंगी पड़ेगी.”

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यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी ट्वीट कर अखिलेश पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है, ”काशी का ऐसा भव्य रूप देख कर अखिलेश यादव बौखला गए हैं. अगर कहीं जिन्ना की मूर्ति का लोकार्पण होता तो वह खुशी से झूम उठते और घर-घर मिठाई बांटते.”

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर को वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया.

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