वीडियो दिखाकर प्रियंका ने PM से पूछा- ‘मंत्री के बेटे को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?’

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3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जमकर हमलावर है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे लखीमपुर खीरी की घटना का बताया जा रहा है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस वीडियो के आधार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कई सवाल पूछे हैं.

एक वीडियो के जरिए बयान जारी करते हुए प्रियंका ने प्रधानमंत्री से पूछा है, ”मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि आपने ये (वायरल) वीडियो देखा है?”

इसके बाद प्रियंका अपने वीडियो में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो दिखाती हैं. वीडियो दिखाने के बाद प्रियंका दावा करती हैं, ”ये वीडियो आपकी सरकार के एक मंत्री के बेटे को किसानों को अपनी गाड़ी के नीचे कुचलते हुए दिखाता है.” वह कहती हैं, ”इस वीडियो को देखिए और इस देश को बताइए कि इस मंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया है और इस लड़के को अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है?”

इसके आगे प्रियंका कहती है, ”मेरे जैसे विपक्ष के नेताओं को तो आपने बगैर किसी ऑर्डर, बगैर FIR के रखा है, मैं जानना चाहती हूं कि ये आदमी आजाद क्यों है. आज जब आप आजादी के अमृत उत्सव की महफिल में मंच पर बैठे रहेंगे मोदी जी तो आप याद करिए कि आजादी हमें किसानों ने दिलवाई है.”

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प्रियंका ने कहा, ”आज भी इस देश की सुरक्षा सीमाओं पर किसानों के बेटे करते हैं. किसान महीनों से त्रस्त है, अपनी आवाज उठा रहा है और आप उसको नकार रहे हैं. मैं आपसे आग्रह करती हूं, लखीमपुर आइए ना, जिन्होंने आजादी दिलवाई, जो अन्नदाता है इस देश का, उसकी पीड़ा सुनिए, समझिए. इनकी सुरक्षा करना आपका धर्म है. जिस संविधान पर आपने शपथ ली, उसका धर्म है और उसके प्रति आपका कर्तव्य है.”

बताया जा रहा है कि लखीमपुर खीरी हिंसा की घटना तिकुनिया से 4 किलोमीटर दूर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पैतृक गांव बनवीरपुर में आयोजित कुश्ती कार्यक्रम में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के पहुंचने से पहले हुई.

संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक, प्रदर्शनकारी किसान केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम का शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे. मोर्चा ने आरोप लगाया है कि अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के गाड़ियों के काफिले ने किसानों को रौंदा और फायरिंग भी की गई. बताया जा रहा है कि यह काफिला डिप्टी सीएम को रिसीव करने के लिए आ रहा था.

हालांकि, इस मामले में आशीष मिश्रा ने दावा किया है कि घटना के वक्त वह काफिले की गाड़ियों में मौजूद नहीं थे. इसके साथ ही आशीष ने दावा किया है, ”हमारे कार्यकर्ता डिप्टी सीएम को रिसीव करने जा रहे थे, जैसे ही वो लोग तिकुनिया से निकले, तो अपने आप को किसान कहने वालों ने आक्रमण कर दिया.”

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वहीं, घटना के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पार्टी के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा समेत कुछ वरिष्ठ नेता लखीमपुर खीरी जा रहे थे. तभी रास्ते में उन्हें सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया था.

इस बीच न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सीतापुर जिले के हरगांव पुलिस स्टेशन SHO ने बताया है, ”प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुड्डा और अजय कुमार लल्लू समेत 11 लोगों के खिलाफ शांति भंग करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है.”

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