इतिहासकार इरफान हबीब ने मानी औरंगजेब की गलती पर पारसियों का जिक्र कर काशी-मथुरा पर सरकार को घेरा

अकरम खान

काशी-मथुरा विवाद को लेकर जाने-माने इतिहासकार प्रोफेसर इरफान हबीब का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि काशी-मथुरा में मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी. इसका जिक्र इतिहास में कई जगहों पर मिलता है.

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Historian Irfan Habib agreed issue of temple in Kashi Mathura He said this on Aurangzeb
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UP News: वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर और मथुरा की शाही ईदगाह को लेकर विवाद बना हुआ है. ज्ञानवापी परिसर में ASI का सर्वे भी हो चुका है और सर्वे में मंदिर होने की बात सामने आई है. दूसरी तरफ मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि को लेकर भी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. इसी बीच देश के जाने-माने इतिहासकार प्रोफेसर इरफान हबीब का बड़ा बयान सामने आया है.

इतिहासकार इरफान हबीब का कहना है कि जो मुगल काल में औरंगजेब ने किया था, वही देश की सरकार संविधान राज होने के बाद कर रही है. इस दौरान इरफान हबीब ने ये भी माना कि औरंगजेब ने वहां मंदिरों को तोड़कर मस्जिदों का निर्माण करवाया था.

क्या कहा इरफान हबीब ने 

बता दें कि इरफान हबीब देश के जाने-माने इतिहासकार हैं. UP Tak ने इरफान हबीब से काशी-मथुरा विवाद को लेकर बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि वहां पहले मंदिर थे. इस बात का जिक्र पारसी किताबों में भी मिलता है. औरंगजेब ने वहां मंदिरों को तोड़कर मस्जिदों का निर्माण करवाया था. 

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इरफान हबीब ने कहा कि, औरंगजेब ने भले ही काशी और मथुरा में मंदिरों की जगह मस्जिद बनवा दी, लेकिन यह बात भी सच है पिछले 300 सालों से वहां पर मस्जिदें ही हैं. अब ऐसे में क्या मस्जिदों को तोड़कर वापस से मंदिर बनाया जाएगा? अगर ये होता है तो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण होगा. ऐसे तो औरंगजेब और सरकार में क्या ही फर्क रह जाएगा? जो औरंगजेब ने किया वही आज सरकार करना चाहती है, तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण होगा.

हंस रही दुनिया- इरफान हबीब

प्रोफेसर इरफान हबीब ने आगे कहा कि आज जब दुनिया ये सब हमारे देश में देख रही है तो वह हम पर हंस रही है. अगर ऐसा होगा तो कौन सी समानता और असमानता रह गई? उन्होंने आगे कहा कि ये सारी जानकारी पुरातत्व विभाग से पहले ही इतिहास में लिखी गई है. पारसी किताबों में भी इस बात का जिक्र है. 

क्या है मथुरा-काशी का ज्ञानवापी विवाद

बता दें कि मथुरा और काशी को लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि वहां मंदिर तोड़कर मस्जिदों का निर्माण किया गया था. मथुरा में हिंदू पक्ष कहता है कि वहां मौजूद शाही ईदगाह पहले केशवदेव राय मंदिर था. यहीं भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था. दरअसल मथुरा में जहां कृष्ण जन्मभूमि है, वहीं मस्जिद भी मौजूद है. 

इसी के साथ काशी के ज्ञानवापी परिसर के शिव मंदिर होने का दावा भी हिंदू पक्ष करता है. हाल ही में किए गए ASI सर्वे के दौरान भी ये बात सामने आई है कि ज्ञानवापी परिसर पहले एक विशाल हिंदू मंदिर था. फिलहाल मथुरा-काशी का मामला कोर्ट में चल रहा है.

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