वाराणसी: घोसी सांसद अतुल राय कोर्ट में पेश होने के पहले हुए बेहोश, वापस भेजे गए नैनी जेल

रोशन जायसवाल

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घोसी से बसपा सांसद और पिछले 37 महीनों से नैनी जेल में बंद अतुल राय (Atul Rai) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. बीते 6 अगस्त को एक रेप के मामले में भले ही वाराणसी की एमपी-एमएलए कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया है, लेकिन आज एक नए जुडिशल कस्टडी रिमांड के बाबत उन्हें वाराणसी के मजिस्ट्रेट एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश होना पड़ा. मगर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब अतुल राय कोर्ट की इमारत के बाहर पहुंचते ही बेहोश होकर गिर पड़े.

आनन-फानन में उन्हें उसी हालत में पुलिस कोर्ट रूम ले गई, लेकिन वह अचेत ही रहे और पेशी की कार्रवाई पूरी नहीं हो सकी. अंत में अतुल राय को एंबुलेंस के जरिए कचहरी परिसर से बाहर निकाला गया और कोर्ट के आदेश के बाद आई चिकित्सकों की टीम ने अतुल राय का परीक्षण किया.

इसके बाद न्यायालय के आदेश पर अतुल राय को वापस नैनी जेल में भेज दिया गया. अब सुनवाई की अगली तारीख 13 सितंबर को नियत हुई है, लेकिन तब पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी.

इस पूरे मामले में घोसी सांसद अतुल राय के वकील अनुज यादव ने वाराणसी पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि अतुल राय की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कराने की मांग उन्होंने कोर्ट से की थी, लेकिन कोर्ट ने इस पर ध्यान नहीं दिया और अस्वस्थ होने के बावजूद उन्हें नैनी से वाराणसी लाया गया.

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वकील अनुज यादव ने आगे बताया कि वाराणसी पुलिस अतुल राय को जबरदस्ती अस्वस्थ होने के बावजूद कोर्ट ले गई. जहां पहुंचने के पहले ही उनकी तबीयत बिगड़ गई. प्रशासन ने बगैर उनका इलाज कराए ही उन्हें न्यायालय में पेश कर दिया.

बतौर अतुल राय के वकील के तौर पर उनकी तरफ से न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया गया कि नजदीक ही किसी अस्पताल में अतुल राय का इलाज कराया जाए, क्योंकि अतुल राय की स्थिति मरणासन्न थी और मुंह से झाग निकल रहा था. लेकिन न्यायालय ने प्रार्थना पत्र पर गौर किए बगैर ही उसी मरणासन्न स्थिति में अतुल को नैनी जेल भेज दिया.

इस दौरान किस मामले में अतुल राय को न्यायालय में पेश किया गया उससे संबंधित कागजात भी पेश नहीं हो सका, जिससे पता चल सके कि आखिर किस मामले में उन्हें पुलिस कोर्ट में पेश करना चाह रही है. अतुल राय के वकील अनुज यादव ने साफ किया कि अगर उनके क्लाइंट घोसी सांसद अतुल्य के साथ किसी भी तरह की अनहोनी होती है तो सीधे तौर पर वे लोग जिम्मेदार होंगे जो उन्हें यहां पेशी पर लेकर आए थे.

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