उत्तरकाशी की टनल में फंसा है लखीमपुर खीरी के इस शख्स का भी बेटा, ये पिता मौके पर ही डंटा

अभिषेक वर्मा

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Uttar Pradesh News : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बन रहे सुरंग (Uttarakhand Tunnel) में हुए हादसे को हुए 10 दिन हो गए हैं. अंदर फंसे मजदूरों को बचाने का अभियान अभी तक जारी है. टनल के अंदर फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए 10 दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए फिलहाल एजेंसियां दो प्लान पर काम कर रही हैं. इस टनल में 41 मजदूरों के साथ लखीमपुर खीरी का एक श्रमिक मंजीत चौधरी भी फंसा हुआ है. वहीं अपने बेटे मंजीत के निकलने की आस लिए हुए उनके पिता दस दिनों से टनल के बाहर खड़े हुए हैं.

सुरंग के बाहर डंटा पिता

बता दें कि उत्तरकाशी में बन रही सिलक्यारा सुरंग धसने से उसमें फंसे 41 श्रमिकों में एक श्रमिक मंजीत सिंह लखीमपुर खीरी जिले में सिंगाही थाना क्षेत्र के भैरमपुर गांव का रहने वाला है, जो करीब डेढ़ 2 साल पहले अपने घर से चला गया था और इधर-उधर काम करने लगा था. वहीं कुछ दिनों मंजीत के पिता चौधरी को फोन से जानकारी मिली कि उनका बेटा उत्तरकाशी में बन रही सुरंग में फंसा हुआ है. इस बात की जानकारी मिलते ही पिता उत्तरकाशी को रवाना हुए. पिछले कुछ दिनों से वह टनल के बाहर ही इस इंतजार में रूके हुए हैं कि किसी भी वक्त उनका बेटा टनल से बाहर निकलेगा. मंजीत चौधरी के पिता ने सराकर से भी मांग की है कि उनके बेटे को सुरक्षित बाहर निकाला जाए.

घर का इकलौता बेटा है मंजीत

बेटे के लिए घर पर दिन रात प्रर्थना कर रही मंजीत की मां
बेटे के लिए घर पर दिन रात प्रर्थना कर रही मंजीत की मां

वहीं लखीमपुर में मौजूद मंजीत की मां ने यूपी तक से बात करते हुए बताया कि, ‘मेरा बेटा 10 दिन वहां फंसा हुआ है. दिवाली के दिन मेरी बेटी उससे बात किया था उसके बाद बात नहीं हुई. अभी यहां पर खाली तहसीलदार आए थे, फोटो ले गए हैं. बड़े लड़के के बारे में पूछा था. बड़ा लड़का हमारा मुंबई में मजदूरी करने गया था और वहीं खत्म हो गया था. यह अकेला बेटा हमारा बच्चा हुआ है. अभी इसकी शादी नहीं हुई है. हम सरकार से मांग करते हैं कि हमारा लड़का सुरक्षित मिल जाए और सभी जितने बच्चे हैं सब बाहर निकल आए.’

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दस दिन से टनल में फंसे हैं 41 मजदूर

दरअसल, उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सिलक्यारा सुरंग बनाई जा रही है. वहीं दस दिन पहले सुरंग में हुए हादसे में 41 मजदूर अंदर ही फंस गए. उन्हें निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. सुरंग में फंसे मजदूरों तक पाइप के जरिए खाना पहुंचाया जा रहा है. टनल से मजदूरों को निकालने के लिए 5 प्लान बनाए गए हैं. फिलहाल एजेंसियां दो प्लान पर काम कर रही हैं.

 

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