प्रयागराज में तेंदुए को लेकर शुरू हुआ बुलडोजर एक्शन, क्या हो रहा है यहां?
प्रयागराज जिले के गंगापार इलाके के हनुमानगंज से लेकर सुदनीपुर कला तक फैले लगभग 10 किलोमीटर दायरे में इन दिनों एक तेंदुए ने दहशत फैला रखी है. 5 अगस्त को पहली बार देखे जाने के बाद से यह खूंखार तेंदुआ लगातार ठिकाने बदल रहा है.
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प्रयागराज जिले के गंगापार इलाके के हनुमानगंज से लेकर सुदनीपुर कला तक फैले लगभग 10 किलोमीटर दायरे में इन दिनों एक तेंदुए ने दहशत फैला रखी है. 5 अगस्त को पहली बार देखे जाने के बाद से यह खूंखार तेंदुआ लगातार ठिकाने बदल रहा है. ये खूंखार तेंदुआ कभी खेत में तो कभी जंगल में भाग रहा है. ऐसे में वन विभाग की टीम ने इसे पकड़ने के लिए 'बुलडोजर एक्शन' शुरू कर दिया है.
बुलडोजर क्यों चला रहे हैं?
आमतौर पर बुलडोजर का इस्तेमाल अवैध निर्माण या माफिया के ठिकाने गिराने में होता है. लेकिन इस बार बुलडोजर झाड़ियों और खेतों में छिपे तेंदुए को बाहर निकालने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. तेंदुआ घनी चरी, झाड़ियों और तालाब किनारे बने मांद में छिप जाता है जिसे हाथ से खोजना मुश्किल है. इसलिए बुलडोजर से इन संभावित ठिकानों को साफ करके वन विभाग उसे खुली जगह पर लाने की कोशिश कर रहा है.
कहां-कहां चला बुलडोजर?
मलखानपुर गांव में शनिवार को खेत की पूरी चरी बुलडोजर से रौंद दी गई. लेकिन तेंदुआ हाथ नहीं आया. सुदनीपुर कला गांव में रविवार को तालाब के चारों ओर घेराबंदी की गई. बुलडोजर ने तालाब किनारे की झाड़ियों और मांद को ढहा दिया. एक बीघा से अधिक खेत में खड़ी चरी को भी बुलडोजर से हटाया गया ताकि तेंदुआ के छुपने की जगह खत्म हो सके.
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हथियार और रेस्क्यू प्लान
कानपुर से आई वन विभाग की स्पेशल टीम के पास ट्रैंक्विलाइजर गन (बेहोश करने वाली बंदूक)है जिससे तेंदुए को जिंदा पकड़ा जाएगा. इसके साथ ही ड्रोन कैमरों की मदद से उसकी लोकेशन ट्रैक की जा रही है. पीएसी के जवान, पुलिस फोर्स और स्थानीय ग्रामीण मिलकर घेराबंदी में मदद कर रहे हैं.
दहशत और जागरूकता अभियान
दो दिन पहले मलखानपुर में तेंदुए ने एक ग्रामीण पर हमला कर घायल कर दिया था. इसके बाद गांवों में डर का माहौल है. मुख्य वन संरक्षक और प्रशासनिक अधिकारियों ने बैठक कर ग्रामीणों को समझाया है कि तेंदुआ दिखते ही भीड़ न लगाएं फौरन सूचना दें. तालाब और जंगल वाले इलाके से फिलहाल दूरी बनाए रखें. बकरी, गाय या अन्य पशुओं को अकेले न चराएं. मलखानपुर में शनिवार को तेंदुआ खेत में मिला, जाल बिछाया गया लेकिन वह हमले के बाद भाग निकला. सुदनीपुर कला में रविवार सुबह तालाब किनारे बकरी चराने गए ग्रामीण की बकरी पर तेंदुए ने हमला किया. शोर मचाने पर वह झाड़ियों में छिप गया. इसके बाद बुलडोजर एक्शन शुरू हुआ.
अब आगे क्या ?
वन विभाग का कहना है कि तेंदुआ थका हुआ है और ज्यादा समय तक लगातार भाग नहीं पाएगा. बुलडोजर से संभावित ठिकाने खत्म करने और ट्रैंक्विलाइज़र गन से बेहोश कर पकड़ने की योजना पर काम जारी है. ग्रामीणों की भी अपील है कि इस खतरनाक शिकारी को जल्द से जल्द पकड़ लिया जाए ताकि गांव में फिर से शांति लौट सके. आपको बता दे तेंदुआ अब तक एक आदमी को घायल कर चुका है. इसके अलावा एक घोड़ा, एक कुत्ते और बकरी पर हमला करने की कोशिश कर चुका है.