अम्बेडकरनगर : कुत्ते के टारगेट में ये परिवार! पूरे गांव को छोड़ इन्हीं को बना रहा निशाना, एक सदस्य को आठ बार काटा
Ambedkar Nagar News : उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर जनपद के थाना सम्मनपुर क्षेत्र के अमौली गांव में एक अजीब और खौफनाक मामला सामने आया.
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Ambedkar Nagar News : उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर जनपद के थाना सम्मनपुर क्षेत्र के अमौली गांव में एक अजीब और खौफनाक मामला सामने आया. कृष्ण कुमार उपाध्याय अपने परिवार के साथ इस गांव में रहते हैं, जहाँ एक कुत्ते ने उनके जीवन को आतंकित कर रखा है. इस कुत्ते ने 17 जनवरी को पहली बार कृष्ण कुमार को काटा, जिसे उन्होंने सामान्य घटना मानकर अनदेखा कर दिया. परंतु कुछ दिन बाद, उसी कुत्ते ने फिर से हमला किया और काट लिया. अब, यह कुत्ता उन्हें और उनके परिवार के किसी भी सदस्य को देखते ही हमला कर देता है.
आठ बार काट चुका है कुत्ता
कृष्ण कुमार को अब तक आठ बार काटा जा चुका है, जिस वजह से उनके पूरे शरीर में टांके लगे हुए हैं. इतना ही नहीं, उनकी पत्नी को भी दो बार काटा गया है. इस कारण, पूरा परिवार घर में कैद रहने को मजबूर है और बच्चे पिछले 15 दिनों से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. कुत्ते के आतंक के कारण कृष्ण कुमार ने अपने पालतू कुत्ते को भी घर में बंद कर रखा है और पितृ विसर्जन के लिए गया जगन्नाथ जाने का कार्यक्रम भी रद्द कर दिया है.
खौफ में पूरा परिवार
हैरानी की बात यह है कि यह कुत्ता गांव के अन्य व्यक्तियों के साथ पूर्णतः सामान्य व्यवहार करता है, यहाँ तक कि छोटे-छोटे बच्चों के साथ भी खेलता है. लेकिन कृष्ण कुमार या उनके परिवार के सदस्यों को देखते ही इसका व्यवहार अचानक बदल जाता है. पीड़ित परिवार ने इस मामले की शिकायत पुलिस और प्रशासन से की है. एक बार गांव में पुलिस की मौज़ूदगी में पंचायत भी हो चुकी है, परंतु अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है. इस समय पूरा परिवार कुत्ते के खौफ से जी रहा है और अपने ही घर में कैद रहने को मजबूर है.
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गांव में हो चुकी है पंचायत
कृष्ण कुमार ने बताया कि, 'इस मुद्दे को लेकर गांव में एक पंचायत भी हो चुकी है. पंचायत के दौरान भी उक्त कुत्ता वहां आकर बैठा रहा था और उसके बाद लौटते समय कृष्ण कुमार को फिर से काट लिया. पूरे परिवार के जीवन में इस कुत्ते का खौफ इस कदर हावी है कि वे अपने ही घर में कैद होकर जी रहे हैं और किसी अदालती अथवा प्रशासनिक सहायता की प्रतीक्षा कर रहे हैं.' उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान होगा और वे अपने सामान्य जीवन में लौट सकेंगे.
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