कन्याकुमारी से साइकिलिंग कर लखनऊ पहुंचे रॉबिन सिंह, 16000 Km से अधिक चला चुके हैं साइकिल

सत्यम मिश्रा

Lucknow news: पर्यावरण और प्रदूषण रहित स्वच्छ वातावरण पर ही हमारा जीवन पूरी तरह निर्भर है,क्योंकि एक स्वच्छ और प्रदूषण रहित वातावारण से ही स्वस्थ…

ADVERTISEMENT

कन्याकुमारी से साइकिलिंग कर लखनऊ पहुंचे रॉबिन सिंह, 16000 Km से अधिक चला चुके हैं साइकिल
कन्याकुमारी से साइकिलिंग कर लखनऊ पहुंचे रॉबिन सिंह, 16000 Km से अधिक चला चुके हैं साइकिल
social share
google news

Lucknow news: पर्यावरण और प्रदूषण रहित स्वच्छ वातावरण पर ही हमारा जीवन पूरी तरह निर्भर है,क्योंकि एक स्वच्छ और प्रदूषण रहित वातावारण से ही स्वस्थ समाज का निर्माण होता है. अपने स्वार्थ के लिए मानव हरे भरे जंगलों का दोहन तेजी से कर रहा है. साथ ही, प्रदूषण फैलाने वाली चीजों का इस्तेमाल तेजी से हो रहा है. चाहे वह मोटरसाइकिल हो,कार हो या फिर हवाई जहाज, इन सभी यंत्रों से प्रदूषण बहुत तेजी से फैल रहा है. इसके चलते प्रदूषण का स्तर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और इंसान को आज स्वछ हवा और स्वच्छ जल नहीं मिल रहा. ऐसे में भारत के लोगों को जगाने के लिए रॉबिन सिंह साइकिल यात्रा के जरिए ग्रीन मूवमेंट के तहत संदेश दे रहे हैं.

रॉबिन सिंह ने 6 अक्टूबर 2022 से कन्याकुमारी से अपनी साइकिल की यात्रा शुरुआत की है.वह शनिवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचे. उन्होंने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी पहुंचकर छात्रों को पर्यावरण प्रति जागरूक करने का काम किया.

रॉबिन सिंह ने बताया कि उन्होंने कन्याकुमारी से लेकर लखनऊ तक कुल 15 राज्यों की यात्रा साइकिल से की है. इसमें 16,380 किलोमीटर की यात्रा अभी तक हुई है और इसे पूरा करने में 225 दिन लगे हैं. साइकिलिस्ट सिंह ने बताया कि आगे आने वाले समय में 50 हज़ार किलोमीटर से अधिक यात्रा अगले 700 दिन में तय करेंगे, जिसका समापन भोपाल, मध्य प्रदेश में होगा. रॉबिन अपनी साइकिल यात्रा के जरिए देश के हर जिले जाएंगे ताकि जिस तरीके से हरे भरे पेड़ों और जंगलों का दोहन हो रहा है औऱ मनुष्य धड़ल्ले से प्रदूषण युक्त गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहा है उस पर रोक लग सके.

रॉबिन सिंह ने बताया कि वह प्रतिदिन 100 से 120 किलोमीटर की यात्रा तय करते हैं. इस दौरान यदि भूख-प्यास लगती है तो भारत देश कि जो अतिथि देवो भव परंपरा है उसके अंतर्गत वह भोजन प्राप्त कर लेते हैं. वहीं घरवालों से फोन के जरिए और वीडियो कॉल के जरिए बात भी करते हैं. रॉबिन सिंह की पत्नी के अलावा उनका 4 साल का बेटा और 1 साल की बेटी है,जिससे वह जल्द ही यात्रा पूर्ण करने के बाद मिलेंगे. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी एनवायरमेंटल डिपार्टमेंट के डीन नवीन अरोड़ा ने बताया कि रॉबिन सिंह आज यूनिवर्सिटी आए हैं, ताकि पर्यावरण विभाग के बच्चों से मुलाकात कर उनको पर्यावरण के प्रति जागरूक करे सकें.

यह भी पढ़ें...

    follow whatsapp