रथ पर शव, सरयू में जल समाधि…रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की अंतिम यात्रा अयोध्या में यूं निकली

मयंक शुक्ला

UP News: अयोध्या राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का कल सुबह लखनऊ पीजीआई में 85 साल की उम्र में निधन हो गया था.  बता दें कि आज अयोध्या में शोक का माहौल है. उनकी शव यात्रा को अयोध्या भ्रमण करवाया जा रहा है.

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UP News: अयोध्या राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का कल सुबह लखनऊ पीजीआई में 85 साल की उम्र में निधन हो गया था.  बता दें कि आज अयोध्या में शोक का माहौल है. उनकी शव यात्रा को अयोध्या भ्रमण करवाया जा रहा है. इसके बाद उन्हें सरयू में जल समाधि दे दी जाएगी.

बता दें कि आचार्य सत्येंद्र दास की अंतिम यात्रा की तैयारी कल से ही शुरू कर दी गई थी. उनकी शव यात्रा एक भव्य और भावपूर्ण तरीके से निकाली जा रही है. उनके पार्थिव शरीर को फूलों से सजे हुए रथ पर सवार होकर निकाला जा रहा है. अयोध्यावासी अपनी आस्था और सम्मान के साथ उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हो रहे हैं. अन्य इलाकों से भी लोग उनकी शव यात्रा में शामिल होने के लिए आए हैं. इसके बाद सरयू में उन्हें जल समाधि दे दी जाएगी.

अयोध्या में शोक की लहर

आचार्य सत्येंद्र दास के निधन पर अयोध्या नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने दुख जताया है. अयोध्या के समस्त साधु-संतों ने भी शोक प्रकट किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम बड़े नेताओं ने भी आचार्य सत्येंद्र दास के निधन पर दुख प्रकट किया है.

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बाबरी विध्वंस के समय रामलला को गोद में लेकर भागे थे

6 दिसंबर साल 1992 को बाबरी विध्वंस के समय ही आचार्य सत्येंद्र दास रामलला को गोद में लेकर भागे थे. राम लला टेंट में रहे, तो भी वह गवाह रहे. भव्य मंदिर में विराजमान हुए, तो भी आचार्य सत्येंद्र दास इसके गवाह रहे. राम मंदिर का पूरा जन आंदोलन उनकी आंखों से गुजरा और वह उसमें शामिल रहे.

संत कबीरनगर में हुआ था जन्म

मिली जानकारी के मुताबिक, आचार्य सत्येंद्र दास  का जन्म संत कबीरनगर में हुआ था. उनका जन्म 20 मई साल 1945 में हुआ था. वे बचपन से ही भक्ति भाव में रहते थे. उनके पिता अक्सर अयोध्या जाया करते थे, वह भी अपने पिता के साथ अयोध्या आते थे. यहां से उन्होंने अपना जीवन राम भक्ति को समर्पित कर दिया.
 

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