अयोध्या: धार्मिक भावनाएं भड़का दंगे की साजिश रचने वाले आरोपी कौन हैं? जानें सबकी प्रोफाइल

संतोष शर्मा

ADVERTISEMENT

uptak
uptak
social share
google news

अयोध्या में धार्मिक उन्माद फैलाकर दंगा फसाद कराने की कोशिश में गिरफ्तार सात आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. अभी चार आरोपियों की तलाश जारी है. आइए आपको बताते हैं कि गिरफ्तार हुए 7 आरोपी कौन हैं और क्या करते हैं?

अयोध्या में धार्मिक भावनाएं भड़का दंगा कराने की साजिश में शामिल आरोपियों में सबसे बड़ा किरदार महेश कुमार मिश्रा का है. महेश कुमार मिश्रा ही इस साजिश का मास्टरमाइंड है. महेश मिश्रा पर साजिश को अंजाम देने के लिए भड़का कर लोगों को इकट्ठा करने के आरोप हैं. महेश कुमार मिश्रा बीते कुछ सालों से ‘हिंदू योद्धा’ नाम का अपना संगठन चलाता है. महेश अयोध्या के ही कुछ नौजवान लड़कों को इकट्ठा कर कट्टर हिंदुत्व की विचारधारा को आगे बढ़ा रहा है.

फेसबुक पर अपने विचारों को कट्टरता से रखने वाला महेश कुमार मिश्रा लंबे समय से आरएसएस से भी जुड़ा रहा है. महेश मिश्रा के भाई विशाल मिश्रा की मानें, तो वह आरएसएस का पूर्णकालिक सदस्य है. इसके अलावा बजरंग दल में जिला संयोजक के पद पर रहा है. साथ ही, वीएचपी में प्रांत सुरक्षा प्रमुख का पदाधिकारी भी रहा. दिल्ली और खरगोन में हुई हिंसा के बाद महेश मिश्रा के अंदर कट्टरता बढ़ने लगी थी. हर गुरुवार को अपने कुछ नौजवान साथियों के साथ महेश मिश्रा अयोध्या के किसी न किसी मोहल्ले में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ भी करने लगा था.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

इस साजिश में दूसरे नंबर का आरोपी प्रत्यूष श्रीवास्तव बैंड बाजे की दुकान में काम करता है. बताया जा रहा है कि प्रत्यूष ही वह व्यक्ति है, जिसने चौक की मोहम्मद रफीक बुक स्टोर से ₹500 में धार्मिक ग्रंथ की दो कॉपियां खरीदी थीं और सामने पम्मी कैप हाउस से जालीदार टोपी भी ली थी.

तीसरा किरदार बृजेश पांडे का है. रिपोर्ट्स के मुताबिक बृजेश पांडे के घर में बैठकर यह पूरी साजिश रची गई. वह एक तरह से झोलाछाप डॉक्टर है. उसने डेंटिस्ट्री में डिप्लोमा कर रखा है.

चौथा आरोपी नितिन कुमार अयोध्या के शहर कोतवाली इलाके की हमदानी कोठी का रहने वाला है. नितिन कुमार दिल्ली के फैक्ट्री मैं काम करता था, लेकिन बीते कुछ महीनों से वह अपने घर पर ही आकर रहने लगा था. धार्मिक होने के चलते नितिन की मुलाकात सुंदरकांड के दौरान महेश मिश्रा से हुई थी और तभी से नितिन महेश मिश्रा का शागिर्द बन गया था.

ADVERTISEMENT

पांचवां आरोपी दीपक कुमार गौड़ आटा चक्की पर काम करता है. कम पढ़ा लिखा है. बाकी दो आरोपी शत्रुघ्न प्रजापति और विमल पांडे स्थानीय स्तर पर पोर्टल चलाते हैं.

फिलहाल इस संबंध में अयोध्या एसएसपी शैलेश पांडे का कहना है कि हर आरोपी की भूमिका की पुष्टि की जा रही है. फरार चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद हर एक व्यक्ति के भूमिका और साफ हो पाएगी.

क्या है अयोध्या का मामला?

आपको बता दें कि अयोध्या में अराजक तत्वों की ओर से एक संप्रदाय के धर्म ग्रंथ पर अभद्र टिप्पणी लिखी बातों के कागज शहर की दो मस्जिदों समेत तीन स्थानों पर फेंके गए थे. बुधवार की सुबह इसकी जानकारी होते ही अयोध्या पुलिस और प्रशासन के अधिकारी तेजी से हरकत में आए और किसी अनहोनी की आशंका को समय रहते टाल दिया.

ADVERTISEMENT

    Main news
    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT