Agra ground report: आगरा में मेट्रो टनलिंग से दरकने लगे लोगों के घर! ऐसे तो तबाह हो जायेंगे ये आशियाने

अरविंद शर्मा

उत्तर प्रदेश के आगरा में मेट्रो टनल की खुदाई ने अब स्थानीय लोगों के लिए मुसीबतें खड़ी कर दी हैं. एमजी रोड पर चल रहे मेट्रो के अंडरग्राउंड टनल निर्माण कार्य के दौरान मकानों में दरारें और भारी कंपन की शिकायतें सामने आ रही हैं.

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उत्तर प्रदेश के आगरा में मेट्रो टनल की खुदाई ने अब स्थानीय लोगों के लिए मुसीबतें खड़ी कर दी हैं. एमजी रोड पर चल रहे मेट्रो के अंडरग्राउंड टनल निर्माण कार्य के दौरान मकानों में दरारें और भारी कंपन की शिकायतें सामने आ रही हैं. इतना ही नहीं, जिला अस्पताल चौराहे के पास एक रेस्टोरेंट की फॉल्स सीलिंग तक गिर गई जिससे हादसे का खतरा बढ़ गया है. हालांकि मेट्रो अधिकारियों ने इन सभी घटनाओं से अपनी जिम्मेदारी को नकारते हुए कहा है कि यह सब मेट्रो कार्य से संबंधित नहीं है.
  

टनलिंग से बढ़ी परेशानी

आगरा के एमजी रोड पर राजामंडी से सेंट जॉन्स चौराहा के बीच मेट्रो की अंडरग्राउंड टनल का निर्माण जोरों पर है. यह टनल मेट्रो के दोनों कॉरिडोर को जोड़ने का काम करेगी. लेकिन इस निर्माण कार्य ने आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिछले दो दिनों से टनल में भारी मशीनों के चलने से जमीन के नीचे से तेज कंपन हो रहे हैं. यह कंपन इतना तेज है कि लोग इसे भूकंप जैसा महसूस कर रहे हैं, जिससे इलाके में डर का माहौल बन गया है.
  
निर्माण क्षेत्र से करीब 100 मीटर के दायरे में रहने वाले लोग लगातार इस समस्या से परेशान हैं. नेशनल चैंबर के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप वाष्र्णेय ने बताया कि उनके पुराने मकान में 29 मई से कंपन महसूस हो रहे हैं. उनके घर की बाउंड्री वॉल में चौड़ी दरारें आ गई हैं. उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें गिलास में रखा पानी कंपन की वजह से हिलता दिख रहा है. उन्होंने बताया कि अब तक मेट्रो के निर्माण कार्य से कोई दिक्कत नहीं हुई थी, पर अब स्थिति चिंताजनक हो गई है.


 

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रेस्टोरेंट की फॉल्स सीलिंग गिरी

इसी बीच जिला अस्पताल चौराहे के पास समीर माथुर के रेस्टोरेंट में सोमवार को एक बड़ा हादसा होने से बच गया. मेट्रो निर्माण के दौरान होने वाले कंपन की वजह से रेस्टोरेंट की फॉल्स सीलिंग अचानक भरभराकर गिर गई. समीर माथुर का कहना है कि मेट्रो के काम से हो रहे तेज वाइब्रेशन की वजह से यह हादसा हुआ. उनकी छत में भी दरारें आ गई हैं. गनीमत यह रही कि उस समय रेस्टोरेंट में कोई ग्राहक मौजूद नहीं था. वरना बड़ा हादसा हो सकता था.


  

मेट्रो अधिकारियों का जवाब

उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल के पीआरओ पंचानंद मिश्रा ने इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि सेंट जॉन्स कॉलेज के आसपास खुदाई का काम पूरा हो चुका है. अब टीवीएम (टनल बोरिंग मशीन) सेंट जॉन्स चौराहे से करीब 2 किलोमीटर दूर मनकामेश्वर तक पहुंच चुकी है. मंगलवार को टीवीएम को बाहर निकाल लिया जाएगा. प्रदीप वाष्र्णेय के घर की दीवार में आई दरारों की जांच की जा चुकी है, और यह मेट्रो के काम की वजह से नहीं हुई है. मिश्रा ने कहा कि कंपन बहुत कम हैं और अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन का काम पूरा हो गया है. कुछ जगहों पर सीमेंट हटाने के लिए मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे हल्का कंपन हो सकता है.
  
उन्होंने यह भी बताया कि प्रदीप वाष्र्णेय के घर के पास और उनके घर में वाइब्रेशन नापने की मशीनें लगा दी गई हैं. जहां तक रेस्टोरेंट की फॉल्स सीलिंग गिरने की बात है, मिश्रा ने कहा कि उसका मेट्रो से कोई लेना-देना नहीं है. उस इलाके में मेट्रो का कोई अंडरग्राउंड काम नहीं हो रहा है, बल्कि जमीन के ऊपर पायलिंग का काम चल रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि रेस्टोरेंट और मेट्रो के काम के बीच में किसी भी मकान में दरार नहीं आई है, और मेट्रो की ओर से सभी जगहों की जांच कर ली गई है. 
 

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