ट्रेन के टॉयलेट के होल में फंसा बच्ची का पैर, रोती रही मासूम, रेलवे ने भेजी टीम, फिर ये हुआ

अरविंद शर्मा

Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां ट्रेन में टॉयलेट करने के दौरान एक मासूम बेटी…

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Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां ट्रेन में टॉयलेट करने के दौरान एक मासूम बेटी की जान पर बन आई. बच्ची का हाल देख सभी सकते में आ गए. रेलवे स्टाफ और टेक्निकल स्टाफ ने बड़ी मुश्किल से बच्ची को बचाया. जानें आखिर क्या है पूरा मामला. 

दरअसल ये पूरा मामला अवध एक्सप्रेस ट्रेन के एसी कोच नंबर C-6 से सामने आया है. मिली जानकारी के मुताबिक, यहां सीतामढ़ी बिहार की रहने वाले मोहम्मद अली की पत्नी फातिमा अपने बच्चों के साथ सफर कर रही थी. महिला के साथ उसकी 4 साल की बेटी भी थी. तभी बेटी को टॉयलेट लगी. मां ने बेटी को टॉयलेट सीट पर बैठा दिया. 

फोन आने पर भटका मां का ध्यान

मिली जानकारी के मुताबिक, बच्ची को महिला ने टॉयलेट सीट पर बैठाया. तभी महिला के पास उसके किसी रिश्तेदार का फोन आ गया. महिला अपनी बच्ची को टॉयलेट सीट पर बैठा बाहर आ गई और फोन पर बात करने लगी.

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और ट्रेन के झटके से बच्ची की जान पर बन आई 

मिली जानकारी के मुताबिक, इसी दौरान ट्रेन का झटका बच्ची को लगा. इससे बच्ची का पैर ट्रेन के टॉयलेट के होल में फंस गया. बच्ची रोने लगी और चिल्लाने लगी. बच्ची के रोने और चिल्लाने की आवाज सुनकर उसकी मां टॉयलेट में पहुंची तो वहां का मंजर देखकर वह सन्न रह गई. दरअसल बच्ची का पैर टॉयलेट के होल में फंस गया था. ट्रेन में मौजूद अन्य यात्री भी बच्ची की मदद के लिए पहुंच गए. मगर बच्ची का पैर नहीं निकाला जा सका.  

ट्रेन स्टेशन पर ही रुकी रही 

मिली जानकारी के मुताबिक, ट्रेन को फौरन चलने से रुकवाया गया. इस दौरान करीब डेढ़ घंटे तक बच्ची ट्रेन के टॉयलेट में फंसी रही और ट्रेन स्टेशन पर रुकी रही. रेलवे के टेक्निकल टीम को मामले की जानकारी दी गई. मौके पर रेलवे का स्टॉफ भी आ गया.  

बता दें कि काफी देश मशक्कत करने के बाद किसी तरह से रेलवे टीम ने बच्ची का पैर टॉयलेट के होल से बाहर निकाला. पैर टॉयलेट सीट के होल में फंस जाने के कारण चोटिल हो गया. उसी दौरान बच्ची के पैर का उपचार भी रेलवे द्वारा किया गया.  

रेलवे अधिकारी ने क्या बताया

इस पूरे मामले पर डीसीएम उत्तर मध्य रेलवे आगरा मंडल प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया, “घटना 15 अगस्त की है. बच्ची की हालत खतरे से बाहर है. बच्ची का पैर टॉयलेट सीट से निकलने के बाद बच्ची को प्राथमिक उपचार दे दिया गया था. बच्ची पूरी तरीके से स्वस्थ है.

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