'चुनाव के बाद देखते हैं...', वरुण गांधी के टिकट कटने को लेकर मेनका गांधी ने दिया बड़ा बयान
इस लोकसभा चुनाव में पीलीभीत सीट से भाजपा ने वरुण गांधी का टिकट काट कर योगी कैबिनेट के मंत्री जितिन प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है.
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UP Lok Sabha Election 2024: पीलीभीत से टिकट कटने के बाद बीजेपी सांसद वरुण गांधी सुर्खियों में बने हुए हैं. इस लोकसभा चुनाव में पीलीभीत सीट से भाजपा ने वरुण गांधी का टिकट काट कर योगी कैबिनेट के मंत्री जितिन प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है. टिकट कटने के बाद उनके अगले कदम पर सबकी निगाहें टिकी हैं, हांलाकि वरुण गांधी ने चुनाव लड़ने से पहले मना कर दिया है. वहीं सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर पहुंची मेनका गांधी ने बेटे वरुण को लेकर बड़ा बयान दिया है.
वरुण गांधी पर कही ये बात
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा से टिकट मिलने के बाद सांसद मेनका गांधी 10 दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर पहुंची. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की और उनके सवालों का जवाब दिया. वहीं जब वरुण गांधी के साथ में आने को लेकर पत्रकारों ने सवाल किया तो मेनका गांधी ने कहा कि उनकी और उनकी पत्नी की तबियत खराब है इसलिए वो यहां नहीं आ सके हैं और चुनाव प्रचार के लिए वरुण सुल्तानपुर आने भी नहीं वाले थे. वरुण गाँधी आगे कब से आपके चुनाव की कमान सम्भालेंगे? यूपीतक के इस सवाल पर मेनका गांधी ने हंसकर कहा कि क्या मैं खुद सम्भालने के लिए काफी नही हूं.
वहीं पीलीभीत से वरुण का टिकट कटने के बाद अब आगे वरुण पालिटिक्स में क्या करेंगे? इस सवाल पर मेनका गांधी ने कहा कि मैं तो चाहूंगी की वो पार्टी का काम करे वैसे चुनाव के बाद देखते हैं वो आगे क्या करेंगे.
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पीलीभीत से नहीं मिला टिकट
गौरतलब है कि तीन दशकों से अधिक समय में यह पहला मौका है जब मां-बेटे (वरुण और मेनका गांधी) की जोड़ी राज्य के तराई क्षेत्र के पीलीभीत निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान में नहीं होगी. पीलीभीत सीट पर 1989 से मेनका गांधी और उनके बेटे वरुण गांधी चुनाव लड़ते आ रहे हैं. मेनका ने 1989 में जनता दल के टिकट पर इस सीट से जीत हासिल की हालांकि, 1991 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद 1996 में एक बार फिर जनता दल के टिकट पर वह संसद पहुंचीं. इसके बाद 1998 और 1999 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर निर्वाचित घोषित हुई थीं. मेनका ने वर्ष 2004 और 2014 में भाजपा उम्मीदवार के तौर पर इस सीट पर जीत दर्ज की. मेनका के बेटे वरुण गांधी ने 2009 और 2019 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और लोकसभा पहुंचे.
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