Kaushambi Lok Sabha exit poll 2024: कौशांबी का एग्जिट पोल, क्या सपा के पुष्पेंद्र सरोज जीत रहे?
यूपी समेत देशभर की लोकसभा सीटों पर वोटिंग समाप्त होने के बाद अब Lok Sabha Election 2024 के Exit poll सामने आ गए हैं. हम यहां आपको कौशांबी लोकसभा सीट पर हुई वोटिंग के बाद यहां के स्थानीय पत्रकारों का एग्जिट पोल बता रहे हैं.
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Kaushambi Lok Sabha exit poll 2024: यूपी समेत देशभर की लोकसभा सीटों पर वोटिंग समाप्त होने के बाद अब Lok Sabha Election 2024 के Exit poll सामने आ गए हैं. हम यहां आपको कौशांबी (Kaushambi Lok Sabha seat) लोकसभा सीट पर हुई वोटिंग के बाद यहां के स्थानीय पत्रकारों का एग्जिट पोल बता रहे हैं. इस सीट पर बीजेपी ने अपने दो बार के सांसद विनोद सोनकर को ही टिकट दिया है. सपा ने यहां से अपने दिग्गज नेता इंद्रजीत सरोज के बेटे पुष्पेंद्र सरोज को उतारा है. बसपा ने शुभ नारायण को उम्मीदवार बनाया है. आइए यहां से पत्रकारों का एग्जिट पोल जानते हैं.
पत्रकार डीएस यादव कहते हैं, ‘कौशांबी में पांच विधानसभा सीटें हैं. कौशांबी से तीन और प्रतापगढ़ जिले की दो. यहां हमेशा से दलित मतदाता निर्णायक की भूमिका में हैं. साढ़े 6 लाख दलित मतदाता हैं. पांचों विधानसभा में 2012 से 2019 के चुनाव में दलित मतदाता बीजेपी के साथ है. इस बार के चुनाव में 60 फीसदी मतदाता सपा प्रत्याशी के साथ हैं. अभी तक रुझान के मुताबिक सपा प्रत्याशी का पलड़ा भारी नजर आता है. चायल और बाबागंज से बीजेपी फाइट कर रही है, लेकिन मंझनपुर, सिराथु और कुंडा से सपा प्रत्याशी आगे चल रहे हैं. ब्राह्मण मतदाताओं पर भी नजर रखनी होगी. अबतक के रुझान के मुताबिक ये सीट सपा जीतती दिख रही है.’
‘बसपा ने कुछ वोट काटा तो सपा निकल जाएगी’
पत्रकार दिग्विजय शुक्ला, 'चुनाव सिर्फ भाजपा और सपा के बीच है, बसपा दूर-दूर तक नहीं है. जनता का रुझान युवा नेता की ओर गया है. गांव के वोटर्स का कहना है कि वे समाजवादी पार्टी के युवा नेता के साथ हैं क्योंकि वो विकास करेंगे ऐसा ग्रामीण मानते हैं. मंझनपुर और सिराथु विधानसभा में सपा भारी है. चायल में सपा और भाजपा के बीच मुकबला है. बसप ने कुछ वोट काटा तो सपा निकल जाएगी.'
‘कौशांबी से सपा भारी’
पत्रकार अशोक केसरवानी कहते हैं, 'दो बार से सांसद विनोद सोनकर हैं. सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत उन्हें एक गांव हर साल गोद लेना था. दो पंचवर्षीय कार्यकाल के दौरान गोद लिए हुए तीन गांव में काम नहीं किया गया. यहां कोई ऐसा प्रोजेक्ट नहीं आया कि बीजेपी के लिए वोट मिले. सिर्फ मोदी के नाम पर भाजपा को इस बार वोट नहीं मिला है. जनसमस्याओं के बारे में कोई नेता बात ही नहीं कर रहा है. इंडिया गठबंधन इस बार मजबूती से चुनाव लड़ा. मुस्लिम निर्णायक हैं, उन्होंने गठबंधन को मजबूत किया है. इंद्रजीत सरोज पासी समाज के बड़े नेता हैं. अगर पासी समाज का 80-90 फीसदी सपा को ट्रांसफर हुआ है तो सपा को कोई हराने वाला नहीं है. बीजेपी की सीट से यहां से सुरक्षित नहीं है.'
‘बीजेपी कैंडिडेट दिख रहे कमजोर’
पत्रकार अजय कहते हैं, '4 जून से पहले कुछ भी कहना मुश्किल है. भाजपा और इंडिया गठबंधन के बीच टक्कर है. लेकिन बीजेपी कैंडिडेट कमजोर पड़ते दिखे हैं. वो क्षेत्र में भी कम दिखे. सपा के उम्मीदवार पुष्पेंद्र सरोज भारी पड़ते नजर आ रहे हैं. युवा नेता हैं, युवाओं का मुद्दा उठाया, महंगाई का मुद्दा उठाया, जनता से कनेक्ट किया. बीजेपी उम्मीदवार ने पीएम मोदी और सीएम योगी के नाम पर वोट मांगे. अपना काम नहीं गिना पाए. इंडिया गठबंधन का उम्मीदवार आगे चल रहा है.'
‘शहरी क्षेत्र के वोटर्स को बीजेपी पसंद लेकिन…’
पत्रकार अभिसार कहते हैं, 'फील्ड में हमें दिखा कि शहरी क्षेत्र में व्यापारी वर्ग के लोग बीजेपी को वोट देना पसंद करते हैं. शहरी क्षेत्र के वोटरों का रुझान बीजेपी की ओर दिखा, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के अनुसूचित जाति के मतदाताओं का रुझान सपा की ओर था. लोग बदलाव भी करना चाहते थे इसलिए भी ये रुझान सपा के युवा प्रत्याशी की ओर दिखा.'
कौशांबी लोकसभा चुनाव 2019 का नतीजा
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कैंडिडेट ADVERTISEMENT |
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भाजपा |
विनोद सोनकर |
383,009 |
सपा |
इंद्रजीत सरोज |
3,44,287 |
जनसत्ता दल |
शैलेंद्र कुमार |
1,56,406 |
|
जीत-हार का अंतर |
38,722 |
नोट: यह महज एग्जिट पोल और पत्रकारों के आकलन का दावा है. 4 जून को इस सीट पर नतीजे इससे अलग भी हो सकते हैं.
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