गणेश्वर शास्त्री, संजय सोनकर, बैजनाथ पटेल...PM मोदी ने प्रस्तावक के तौर पर इन्हीं लोगों को क्यों चुना?

कुमार अभिषेक

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PM Modi News: मंगलवार, 14 मई को देश की सबसे हाई प्रोफाइल सीट वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नामांकन दाखिल किया. पीएम मोदी के नामांकन के वक्त चुने गए चार प्रस्तावकों के जरिए भी जातिगत समीकरण को साधने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कोशिश की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावकों में से एक ब्राह्मण, दो ओबीसी और एक दलित जाति से ताल्लुक रखते हैं. माना जा रहा है कि भाजपा ने यह दांव चलकर ज्यादा से ज्यादा वोट अपने पक्ष में करने की कोशिश की है.

कौन-कौन थे पीएम मोदी के प्रस्तावक?

पीएम मोदी के नामांकन के दौरान सबसे कम उम्र के प्रस्तावक 36 साल के दलित वर्ग से ताल्लुक रखने वाले भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री संजय सोनकर थे. उन्होंने बताया कि उन्हें तो यकीन ही नहीं हो रहा है कि उनका चुनाव पीएम मोदी के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर हुआ है. उन्होंने यह भी बताया कि नामांकन के दौरान पीएम मोदी प्रस्तावकों के नजदीक पहुंचे और सबसे हाल-चाल भी लिया. सोनकर ने कि वह LLB और कंप्यूटर में ग्रेजुएट हैं और सक्रिय तौर पर भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं.

 

 

शहर के अर्दली बाजार के रहने वाले संजय सोनकर ने बताया कि वह मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखते हैं. वहीं 4 प्रस्तावको में सबसे बुजुर्ग प्रस्तावक बैजनाथ पटेल भी शामिल थे और यूपी Tak से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि वे जनसंघ से लेकर अभी भाजपा तक राजनीति में सक्रिय रहे हैं. 75 वर्षीय सबसे बुजुर्ग प्रस्तावक बैजनाथ पटेल ने बताया कि एक वक्त ऐसा भी था जब वह गांव-गांव प्रचार के दौरान साइकिल से दौरा किया करते थे तो चंद लोग ही समर्थन में आते थे, लेकिन अब हालात बिल्कुल बदल चुके हैं.

उन्होंने भी बताया कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि वह नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक हैं और उन्होंने नामांकन के दौरान अपनी भूमिका अदा की है.  

 

 

वहीं, पीएम मोदी के चौथे प्रस्तावक गणेश्वर शास्त्री थे. आपको बता दें कि गणेश्वर शास्त्री वही शख्स हैं जिन्होंने अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकाला था. 
 

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