2 सितंबर को 50000, 4 को 1 लाख का इनाम घोषित और 5 को मंगेश यादव का एनकाउंटर...ये सब और पता चला
Mangesh Yadav Encounter News: मंगेश यादव के एनकाउंटर पर राजनीतिक बहस तेज हो गई है. सपा चीफ अखिलेश यादव ने एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए आरोप लगाया कि मंगेश की जात देखकर जान ली गई है.
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Mangesh Yadav Encounter News: उत्तर प्रदेश में एक लाख रुपये के इनामी बदमाश मंगेश यादव के एनकाउंटर पर राजनीतिक बहस तेज हो गई है. सपा चीफ अखिलेश यादव ने एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए आरोप लगाया कि मंगेश की जात देखकर जान ली गई है. दूसरी तरफ इस मामले में एक और नई बहस का भी जन्म हो गया है. दरअसल, मंगेश पर घोषित हुए इनाम की टाइमिंग पर सवाल उठाए जा रहे हैं. साथ ही मंगेश की मां और बहन ने जो अपनी हिस्से की जो कहानी बताई है उससे नई तस्वीर बन रही है. खबर में आगे पूरा मामला विस्तार से जानिए.
कब-कब रखा गया मंगेश पर इनाम?
मालूम हो कि गुरुवार (5 सितंबर) की सुबह STF ने मंगेश यादव को एनकाउंटर में मार गिराया था. पुलिस सूत्रों मिली जानकारी के अनुसार, 2 सितंबर को IG रेंज (अयोध्या) प्रवीण कुमार के यहां से मंगेश यादव के ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित हुआ. फिर 4 सितंबर को ADG जोन लखनऊ एसबी शिरोडकर के यहां से कुल 10 बदमाशों पर 1-1 लाख का इनाम घोषित हुआ, जिनमें मंगेश का नाम भी शामिल था.
मंगेश की मां और बहन ने क्या बताया?
इस एनकाउंटर पर उठ रहे सवालों को लेकर यूपी Tak की टीम ने मंगेश की बहन प्रिंसी से बातचीत की. मंगेश की बहन ने बताया कि सोमवार रात लगभग 2 बजे पुलिस वाले सादी वर्दी में घर से मंगेश को पूछताछ के लिए लेकर जाते हैं. इसके अलावा घर की तलाशी भी ली जाती है. फिर गुरुवार की सुबह उनके पास एनकाउंटर की खबर पहुंचती है.
वहीं, मृतक मंगेश की मां शीला देवी ने बताया कि, 'पुलिस वाले मंगेश को पूछताछ के लिए लेकर गए थे और उसके बाद सुबह उसकी मौत की खबर आई.' वहीं गांव के ही धनंजय यादव ने कहा कि, 'इस मामले में जाति विशेष के कारण मंगेश की हत्या कर दी गई. अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जाता है. अगर एनकाउंटर करना चाहिए था तो सभी व्यक्तियों का एनकाउंटर करना चाहिए था.'
गौरतलब है कि मंगेश यादव पर कुल सात मुकदमे दर्ज थे. यह मुकदमे चोरी लूट और डकैती के मामले में दर्ज किए गए थे. जौनपुर के लाइन बाजार पुलिस स्टेशन में 3, प्रतापगढ़ के पट्टी में 1, सुल्तानपुर के करौंदीकला थाने में 2 और कोतवाली नगर में 1, कुल 7 मुकदमे दर्ज थे.
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