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कोर्ट परिसर में मारी गई ताबड़तोड़ 6 गोलियां, पुलिस के सामने यूं हुई संजीव जीवा की हत्या

यूपी तक

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UP News: कोर्ट परिसर में बैठे जज साहब, हर तरफ पुलिस और वकीलों की मौजूदगी. कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता कि इस दौरान गोलियां चल जाएगी और सरेआम हत्या कर दी जाएगी. अक्सर आपने इस तरह की वारदातें फिल्मों में देखा होगी. मगर फिल्मी कहानी हकीकत बनकर सामने आई है. दरअसल पश्चिम उत्तर प्रदेश के खूंखार गैंगस्टर संजीव जीवा की लखनऊ के कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. जज साहब, वकीलों और पुलिस की मौजूदगी में हुए इस हत्याकांड से हड़कंप मच गया है. बता दें की संजीव जीवा को पुलिस पेशी के लिए कोर्ट लाई थी, जहां वकील के भेष में आए आरोपी ने उसपर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी.  

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कितनी गोलियां लगी

बता दें कि गैंगस्टर संजीव जीवा को बाहुबली मुख्तार अंसारी का करीबी माना जाता था. संजीव, मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर था. संजीव के खिलाफ हत्या के कई केस भी दर्ज थे. मगर ये तो खुद उसने भी नहीं सोचा होगा कि उसे ही एक दिन कोर्ट परिसर में गोलियां से भून दिया जाएगा. 

मिली जानकारी के मुताबिक, संजीव जीवा को 6 गोलियां मारी गई हैं. घटना के जो वीडियो सामने आए हैं, उसमें दावा किया जा रहा है कि गोली लगने के बाद भी संजीव जिंदा था. मगर कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई थी.  

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ऐसे मारी गई गोलियां

मिली जानकारी के मुताबिक, जैसे ही पेशी के लिए संजीव की बारी आई और उसे जज के सामने ले जाया जाने लगा, तभी उसपर पीछे से हमला कर दिया गया और ताबड़तोड़ गोलियां मार दी गईं. कोर्ट परिसर में गोलियां चलने से हर कोई सकते में आ गया और वहां हड़कंप मच गया. कोई कुछ समझ पाता तब तक शूटर ने संजीव जीवा की हत्या कर दी.

बताया जा रहा है कि कोर्ट परिसर में जज साहब भी अपनी कुर्सी पर बैठे थे. वह पेशी पर आए कैदियों की सुनवाई कर रहे थे. मगर जैसे ही कोर्ट परिसर में संजीव को गोलियां मारी गईं, जज भी अपनी मेज के नीचे जाकर छिप गए. बताया जा रहा है कि फिर जज साहब किसी तरह से अपने कमरे की तरफ भागे.

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एसआईटी का गठन 

बता दें कि इस केस की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है. संजीव जीवा हत्याकांड को लेकर देर रात एसआईटी की टीम जांच करने भी पहुंची. जानकारी के लिए बता दें कि एसआईटी की टीम में अयोध्या रेंज के आईजी प्रवीण कुमार, लखनऊ ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस क्राइम नीलाब्जा चौधरी और एडीजी टेक्निकल मोहित अग्रवाल शामिल हैं. ये सभी घटना स्थल पर जांच के लिए पहुंचे. इस मामले में एसआईटी की टीम को एक हफ्ते में रिपोर्ट पेश करनी है.

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