जौनपुर में भाजपा नेता प्रमोद यादव की हुई हत्या, गाड़ी से मिला शादी का कार्ड, क्या है इसका रहस्य?
जौनपुर के थाना सिकरारा क्षेत्र स्थित बोधापुर गांव में बदमाशों ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला मंत्री प्रमोद कुमार यादव की गोली मार कर हत्या कर दी.
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Jaunpur News: जौनपुर के थाना सिकरारा क्षेत्र स्थित बोधापुर गांव में बदमाशों ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला मंत्री प्रमोद कुमार यादव की गोली मार कर हत्या कर दी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल कर रही है.
गाड़ी से मिले शादी के कार्ड
पुलिस अधीक्षक (नगर) बृजेश कुमार ने बताया कि बोधापुर निवासी भाजपा के जिला मंत्री प्रमोद कुमार यादव अपने काम के सिलसिले में रोज सुबह जिला मुख्यालय आते थे. उन्होंने कहा कि यादव आज सुबह 10 बजे के आसपास बोधापुर गांव से स्कॉर्पियो गाड़ी से निकलकर गांव के मोड़ पर ही पहुंचे थे. तभी मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों ने शादी का कार्ड देने के बहाने इशारा करके गाड़ी रुकवाई. अधिकारी ने बताया कि जैसे ही प्रमोद ने शीशा खोला तभी एक बदमाश ने पिस्तौल निकालकर उन्हें चार गोली मारीं और दोनों वहां फरार हो गए. इसके बाद, घायल प्रमोद को गांव वाले तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
कौन थे प्रमोद यादव?
भाजपा नेता प्रमोद यादव जौनपुर जिले के सदर तहसील क्षेत्र के बोधापुर गांव निवासी थे. 2012 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रमोद यादव को मल्हनी विधानसभा से प्रत्याशी बनाया था. मगर नॉमिनेशन में कुछ डॉक्यूमेंट की कमी की वजह से इनका नामांकन पत्र निर्वाचन अधिकारी ने निरस्त कर दिया था.
धनंजय सिंह ने बनवाया था प्रमोद को प्रत्याशी?
चर्चा है कि 2012 के विधानसभा चुनाव में पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने प्रमोद यादव को भाजपा प्रत्याशी बनवाने में आम भूमिका निभाई थी. वहीं, 5 साल पहले पार्टी ने इन्हें भारतीय किसान मोर्चा का जिलाध्यक्ष बनाया था. वर्तमान समय में प्रमोद यादव भारतीय जनता पार्टी के जिला मंत्री के पद पर काम कर रहे थे. इनके पिता राजबली यादव की गिनती पुराने जनसंघियों में होती है. राजबली यादव पांच दशक पूर्व जनसंघ के टिकट पर रारी विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुके हैं. यह अलग बात है कि उस चुनाव में उन्हें हार मिली थी.
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