क्या अखिलेश यादव करने वाले हैं यूपी में बिहार वाला ‘खेला’? केशव मौर्य को दिया ये खुला ऑफर

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यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) में सरकार बनाने से चूकने के बाद समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) लगातार अपना सियासी…

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यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) में सरकार बनाने से चूकने के बाद समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) लगातार अपना सियासी दांव लगाने में जुटे हुए हैं. ऐसे में जहां बिहार में सत्ता परिवर्तन देखने को मिला. अब उसी तरह का एक प्रयोग कर अखिलेश यादव ने यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य को एक खुला ऑफर दे दिया है.

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दरअसल, अखिलेश यादव ने एक निजी चैनल के प्रोग्राम में केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) को लेकर जो बात कही उससे योगी आदित्यनाथ की कुर्सी खतरे में पड़ सकती है.

अखिलेश यादव से जब न्यूज एंकर ने केशव प्रसाद मौर्य को लेकर सवाल पूछा, ‘क्यों आप नहीं समझाते केशव प्रसाद मौर्य को कि तुम हमला मत करो, हम भी नहीं करेंगे.’ इसपर अखिलेश यादव ने जवाब देते हुए कहा, “वह (केशव मौर्य) बहुत कमजोर आदमी हैं. उन्होंने सपना तो देखा था मुख्यमंत्री बनने का….आज भी ले आएं 100 विधायक… अरे बिहार से उदाहरण ले ना वो…जो बिहार में हुआ वो यूपी में क्यों नहीं करते हैं? अगर उनमें हिम्मत है और उनके साथ अगर विधायक हैं…एक बार तो बता रहे थे कि उनके पास 100 से ज्यादा विधायक हैं… तो आज भी विधायक ले आएं. समाजवादी पार्टी समर्थन कर देगी उनका.“

अखिलेश यादव के इस ऑफर के बाद भाजपा की तरफ से भी अखिलेश यादव को निशाने पर ले लिया गया है. जहां खुद डिप्टी सीएम केशव मौर्य इस मामले पर अखिलेश को घेर रहे हैं तो वहीं सत्ता पक्ष के कई नेता अखिलेश को आईना दिखा रहे हैं. मगर अखिलेश के इस ऑफर को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी तीखा हमला बोला है.

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डिप्टी सीएम ने कहा कि “पानी से निकलने के बाद जैसे मछली तड़पती है. वैसे ही सत्ता के लिए अखिलेश यादव भी तड़प रहे हैं.”

फिलहाल यूपी विधानसभा का गणित देखें तो भाजपा के पास कुल 255 विधायक हैं और अगर अखिलेश यादव भाजपा विधायकों को तोड़ना ही चाहते हैं तो दल बदल कानून के तहत 2 तिहाई विधायक उन्हें तोड़ने होंगे जिसके लिए 170 विधायको को लाना पड़ेगा.

तो फिर अगर अखिलेश वाकई राजनीतिक दांव लगाना चाहते हैं तो उनका काम 100 विधायक तोड़ने से नहीं चलेगा. फिलहाल अखिलेश ने अपनी तरफ से राजनीतिक हवा दे दी है, लेकिन ऐसे में देखना होगा कि आगे आने वाले समय में क्या कुछ पलटवार देखने को मिलते हैं?

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