
योगी सरकार अपना 2.0 बजट पेश कर रही है. इस बजट में सरकार ने हर वर्ग का ध्यान रखने की कोशिश की है. बजट में किसानों के लिए भी कई प्रावधान हैं.
बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि गन्ना मूल्य भुगतान में प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है. हमारी सरकार द्वारा पेराई सत्र 2017-2018 से 2021-2022 तक के सापेक्ष 16 मई , 2022 तक 1 लाख 72 हजार 745 करोड़ रूपये के गन्ना मूल्य का भुगतान कराया जो एक कीर्तिमान है.
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि इसमें पूर्व वर्षों की 10 हजार 662 करोड़ रूपए की धनराशि भी शामिल है. यह धनराशि वर्ष 2012 से 2017 के मध्य हुए गन्ना मूल्य भुगतान से हजार 500 करोड़ रूपए अधिक है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से 2.55 करोड़ किसानों को 6000 रूपये वार्षिक आर्थिक सहायता दिलाकर उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान पर है.
सुरेश खन्ना ने कहा कि कृषि उत्पादन में गुणवत्तायुक्त बीजों का सर्वाधिक महत्व है. इसलिये वर्ष 2021-2022 में 60.10 लाख कुंतल बीजों का वितरण किया गया है. वहीं वर्ष 2022-2023 में 60.20 लाख कुंतल बीजों का वितरण किया जाना प्रस्तावित है. वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के पिछले कार्यकाल के पहले वर्ष में प्रदेश के 86 लाख लघु और सीमान्त किसानों के फसली ऋण का मोचन कराया गया था.
वित्त मंत्री ने कहा कि कृषकों को सिंचाई हेतु डीजल विद्युत के स्थान पर वैकल्पिक ऊर्जा प्रबंधन के अंतर्गत प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान योजना के तहत कृषकों के प्रक्षेत्रों पर सोलर पम्पों की स्थापना कराई जा रही है.