निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव धर्मात्मा की मौत का मामला क्या है, जिसमें लगा संजय निषाद और उनके बेटों पर गंभीर आरोप?

अमितेश त्रिपाठी

उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद की आत्महत्या से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है. धर्मात्मा निषाद ने आत्महत्या से पहले अपने फेसबुक अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट लिखी, जिसमें उन्होंने प्रदेश सरकार के एक मंत्री और उनके बेटों पर गंभीर आरोप लगाए.

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Dharmatma Nishad
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UP News: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद की आत्महत्या से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है. धर्मात्मा निषाद ने आत्महत्या से पहले अपने फेसबुक अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट लिखी, जिसमें उन्होंने प्रदेश सरकार के एक मंत्री और उनके बेटों पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने पोस्ट में दावा किया कि उन्हें लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था और झूठे मुकदमों में फंसाने की कोशिश की जा रही थी.
धर्मात्मा की मौत से उनके परिवार, समर्थकों और निषाद समाज में शोक की लहर दौड़ गई है. वहीं, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आत्महत्या के पीछे के कारणों को स्पष्ट करने की कोशिश कर रही है.
धर्मात्मा ने लगाए फेसबुक पोस्ट में संजय निषाद पर गंभीर आरोप
धर्मात्मा निषाद ने अपने अंतिम फेसबुक पोस्ट में प्रदेश सरकार के मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद और उनके बेटों—प्रवीण कुमार निषाद और ई. श्रवण कुमार निषाद पर प्रताड़ना और षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया. उन्होंने लिखा कि उनकी बढ़ती लोकप्रियता से मंत्री और उनके परिवार के सदस्य असहज महसूस कर रहे थे, जिसके कारण उन्हें लगातार परेशान किया जाने लगा.


पोस्ट में धर्मात्मा ने लिखा 

"मैं अपनी जिंदगी की लड़ाई हार गया. यह मेरा आखिरी संदेश है. मैंने हमेशा समाज के दबे-कुचले लोगों की मदद की और उनकी आवाज को बुलंद किया. लेकिन मुझे झूठे मुकदमों में फंसाया गया, जेल भेजा गया और मेरे ही करीबी लोगों को मेरे खिलाफ भड़काया गया. इस अन्याय से तंग आकर अब मैं आत्महत्या कर रहा हूं."
उन्होंने निषाद समाज से अपील की कि उनके परिवार का ध्यान रखा जाए और उनके संघर्ष को आगे बढ़ाया जाए.
पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई
धर्मात्मा निषाद की आत्महत्या के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. महराजगंज के एसपी सोमेंद्र मीना ने बताया कि धर्मात्मा की फेसबुक पोस्ट की सत्यता की जांच की जा रही है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच निष्पक्ष तरीके से की जाएगी और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. 
राजनीतिक गलियारों में हलचल
धर्मात्मा निषाद की आत्महत्या से प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है. कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने भी मामले की पारदर्शी जांच और दोषियों को सजा देने की मांग उठाई है.


मंत्री संजय निषाद की सफाई

इस मामले में आरोपों को लेकर निषाद पार्टी के प्रमुख और मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि धर्मात्मा निषाद पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता थे और उनके निधन से वह व्यक्तिगत रूप से आहत हैं.
उन्होंने कहा:

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“धर्मात्मा निषाद के सोशल मीडिया पोस्ट में जो आरोप लगाए गए हैं, वे पूरी तरह से असत्य और दुर्भाग्यपूर्ण हैं. मैं इस मामले की निष्पक्ष जांच चाहता हूं ताकि सच सामने आ सके.”


समाज के लिए अंतिम संदेश

अपनी फेसबुक पोस्ट के अंत में धर्मात्मा निषाद ने निषाद समाज से अपील की कि वे उनके परिवार का ख्याल रखें और उनके संघर्ष को जारी रखें. उन्होंने लिखा कि यदि उन्होंने किसी के साथ जाने-अनजाने में कोई गलती की हो, तो उन्हें माफ कर दिया जाए.

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