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घोसी के अहिरौली गांव में सुधाकर सिंह के बेटे सुजीत को लेकर क्या बोलने लगे लोग?

दुर्गाकिंकर सिंह

घोसी विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के दिवंगत विधायक सुधाकर सिंह के निधन के बाद उपचुनाव की तैयारी शुरू हो गई है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव और शिवपाल यादव ने दिवंगत नेता के बेटे सुजीत सिंह को आगे बढ़ाने का संकेत दिया है.

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UP Tak
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उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर घोसी विधानसभा सीट चर्चा के केंद्र में आ गई है. समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर विधायक सुधाकर सिंह के निधन के बाद यह सीट खाली हो गई है और अब उपचुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है. इस बीच सपा के दिवंगत नेता के बेटे सुजीत सिंह को उम्मीदवार बनाए जाने की अटकलें जोर पकड़ रही हैं. इन अटकलों को और बल तब मिला जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव और वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने स्वयं अहिरौली गांव पहुंचकर परिवार से मुलाकात की और सुजीत सिंह को राजनीति में आगे बढ़ाने का स्पष्ट संकेत दिया. 

तेरहवीं पर अखिलेश और शिवपाल ने दिया बड़ा संकेत

UP Tak के विशेष शो 'यूपी की राय' की वीडियो रिपोर्ट के मुताबिक विधायक सुधाकर सिंह के पैतृक गांव अहिरौली (दादनपुर) में तेरहवीं कार्यक्रम के दौरान राजनीतिक माहौल गरमा गया. सपा प्रमुख अखिलेश यादव और शिवपाल यादव दोनों ने कार्यक्रम में शामिल होकर श्रद्धांजलि अर्पित की और परिवार से मुलाकात की. अखिलेश यादव ने मीडिया के सामने कहा कि पार्टी में इस पर बात की जाएगी और हम सुजीत को आगे बढ़ाएंगे. शिवपाल यादव ने भी सुजीत सिंह को अच्छा बेटा कहकर उनकी सराहना की और संकेत दिया कि पार्टी उनके साथ खड़ी रहेगी. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मिले इन संकेतों के बाद अब माना जा रहा है कि घोसी उपचुनाव में सुजीत सिंह की उम्मीदवारी की घोषणा जल्द हो सकती है.

लोग बोले- हमें दूसरा सुधाकर सिंह चाहिए 

अखिलेश यादव के बयान से पहले ही घोसी में कार्यक्रम में मौजूद जनता और सपा कार्यकर्ताओं का मन सुजीत सिंह की ओर झुक दिखा है. UP Tak की रिपोर्ट में स्थानीय लोगों ने कैमरे पर साफ कहा कि वे सुजीत सिंह को ही अपना अगला नेता और विधायक बनते देखना चाहते हैं.  स्थानीय समर्थकों का कहना है कि सुधाकर सिंह के निधन के बाद घोसी की जनता खुद को नेता विहीन महसूस कर रही है. लोगों का मानना है कि सहानुभूति के साथ-साथ सुजीत सिंह का क्षेत्र में सक्रिय व्यक्तित्व और काम ही उन्हें टिकट और जीत का आधार बनेगा. कई ग्रामीण उन्हें दिवंगत पिता की तरह ही एक मजबूत नेता के रूप में देखते हुए दूसरे सुधाकर सिंह का दर्जा देने लगे हैं.

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यहां नीचे देखिए यूपी Tak की खास वीडियो रिपोर्ट

सुजीत सिंह का बैकग्राउंड भी जान लीजिए

सुजीत सिंह ने 2013 में भारतीय विद्यापीठ विश्वविद्यालय पुणे से एमबीए (MBA) की डिग्री हासिल की. वह अपने बैच के टॉपर रहे और उन्हें गोल्ड मेडल मिला. उन्होंने 2015 में लखनऊ के शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स में पीएचडी भी कर रखी है. सुजीत राजनीति में भी काफी सक्रिय रहे हैं और दो बार ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं. 2015 में वह सपा के समर्थन से दादनपुर से निर्विरोध प्रत्याशी चुने गए थे. 

घोसी की सीट समाजवादी पार्टी के लिए रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है. साल 2023 के उपचुनाव में सुधाकर सिंह ने बीजेपी के दारा सिंह चौहान को हराकर सपा के लिए एक महत्वपूर्ण जीत दर्ज की थी. यह जीत यूपी में 2024 के लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल मानी गई थी.  उस समय अखिलेश यादव ने PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) का नारा दिया था और सुधाकर सिंह को उम्मीदवार बनाया था. अब इस सीट पर फिर से चुनाव होना है. सपा के लिए यह जरूरी है कि वह सहानुभूति की लहर का ख्याल रखने के साथ-साथ एक ऐसे उम्मीदवार को उतारे जो संगठन को एकजुट रख सके. ऐसे में आने वाले दिनों में ये देखना रोचक होगा कि सुजीत सिंह की दावेदारी को लेकर क्या आधिकारिक सूचना आी है.

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