लेखपाल भर्ती में नकल करने वाली लड़की भी हुई सेलेक्ट? अब इस मामले की असली कहानी पता चली

सत्यम मिश्रा

2 मई को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने (UPSSSC) ने लेखपाल भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित किया. कुल 27455 उम्मीदवारों का चयन किया…

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2 मई को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने (UPSSSC) ने लेखपाल भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित किया. कुल 27455 उम्मीदवारों का चयन किया गया है. इन उम्मीदवारों को डॉक्यूमेंट्स वेरीफिकेशन प्रॉसेस के लिए क्वालीफाई किया गया है. इन उम्मीदवारों में एक महिला अभ्यर्थी ऋतु सिंह का भी चयन कर लिया गया है, जिसपर आरोप है कि लेखपाल भर्ती परीक्षा में नकल करते हुए उसे पुलिस ने पकड़ा था. सोशल मीडिया पर ऋतु सिंह के रिजल्ट का स्क्रीनशॉट जमकर वायरल हो रहा है.

इस मामले पर उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव अवनीश सक्सेना ने बताया कि आयोग ने राजस्व लेखपाल के लिए 31 अगस्त 2022 को आयोजित लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया,जिसमें वे अभ्यर्थी शामिल हैं जो अभिलेखों के परीक्षण में पास हुए हैं.

सचिव अवनीश सक्सेना ने बताया कि उत्तर प्रदेश सबोर्डिनेट सर्विस सिलेक्शन कमिशन द्वारा जारी रिजल्ट में एक अभ्यर्थी ऋतु सिंह के संबंध में भ्रामक जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है कि नकल में पकड़े जाने के बावजूद आयोग द्वारा अभ्यर्थी का चयन कर लिया गया है, जो कि पूरी तरीके से सही नहीं है.

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उन्होंने कहा,

“जो लिखित परीक्षा हुई है इसका यह अंतिम रिजल्ट नहीं है. इसमें अभी यह हुआ है कि अभ्यर्थी को आगे के चरण के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है. “

सचिव अवनीश सक्सेना ने बताया कि कुल 8085 पदों के सापेक्ष 27455 अभ्यर्थियों को रिजल्ट में शॉर्टलिस्ट किया गया है.

परीक्षा के दौरान नकल करने वाले अभ्यर्थियों को लेकर उन्होंने कहा कि जो परीक्षार्थी अनुचित साधन द्वारा नकल करते हैं तो जिस परीक्षा केंद्र पर परीक्षा होती है वह परीक्षा सेंटर अपने परीक्षा केंद्रों से निर्धारित प्रपत्र पर अभ्यार्थियों की पूरी डिटेल लिखकर आयोग को सौंपी जाती है. फिर आयोग नकल करने वाले अभ्यर्थियों को अनुचित साधन प्रयोग करने पर जिसे अनफेयर मीन्स (Unfair means-UFM) कहा जाता है उन अभ्यर्थियों को वर्गीकृत करते हुए इसी श्रेणी में रख कर इन्हें लिखित परीक्षा में शामिल नहीं करता है.

उन्होंने बताया कि अभ्यर्थी ऋतु सिंह को लेकर प्रयागराज के एग्जामिनेशन सेंटर चेतना गर्ल्स इंटर कॉलेज द्वारा कोई भी ऐसा प्रपत्र आयोग को नहीं सौंपा गया, जबकि जो अन्य अभ्यर्थी थे जो अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए नकल कर रहे थे उनके लिए अलग-अलग परीक्षा केंद्रों ने प्रपत्र पर पूरा विवरण लिखते हुए आयोग को सौंपा था. प्रपत्र में बताया गया है कि किस तरीके से अभ्यर्थी नकल कर रहे थे और ऐसे अभ्यर्थियों को आयोग द्वारा लिखित परीक्षा में शामिल नहीं किया गया था, लेकिन अभ्यर्थी ऋतु सिंह के संबंध में कोई भी ऐसा प्रपत्र नहीं प्राप्त हुआ. इसका यही तात्पर्य हुआ कि अभ्यर्थी ऋतु सिंह लिखित परीक्षा देने के योग्य थी.

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव अवनीश सक्सेना ने यह भी कहा,

“अभ्यर्थी के खिलाफ जो एफआईआर दायर की गई है और पुलिस विभाग द्वारा जो विवेचना की जा रही है, उस विवेचना के आधार पर न्यायालय में चार्जशीट के संबंध में आयोग को अभी तक कोई जानकारी नहीं है. ऐसे में अगर कमीशन द्वारा फाइनल रिजल्ट डिक्लेअर करने से पूर्व पुलिस विभाग की विवेचना पूरी नहीं होती है और अभ्यर्थी फाइनल रिजल्ट में सेलेक्ट हो जाती है तो उस स्थिति में अभ्यार्थी का परिणाम विथहेल्ड की श्रेणी में रखा जाएगा यानी कि उस पर रोक लगा दी जाएगी.”

अखिलेश ने उठाए सवाल

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित लेखपाल भर्ती परीक्षा पर सवाल उठाए हैं. अखिलेश ने एक महिला अभ्यर्थी का परीक्षा परिणाम शेयर करते हुए कहा कि यूपी पुलिस ने लेखपाल भर्ती परीक्षा में नकल करते हुए जिस महिला अभ्यर्थी को सबूत के साथ पकड़ा था, उसे उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने उतीर्ण घोषित कर दिया है. ये ईमानदार अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है,जाँच हो और दंडात्मक कार्रवाई भी।भाजपा सरकार में नक़ल माफिया का अमृतकाल चल रहा है.

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