50000 के कोल्ड बॉक्स 1.27 लाख में खरीदे? UP के पशुपालन विभाग में करोड़ों के घोटाले का आरोप
उत्तर प्रदेश में पशुपालन विभाग में 50 करोड़ का घोटाले का आरोप लगा है. ये घोटाला राजकीय विश्लेषक की जांच में सामने आने का दावा…
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उत्तर प्रदेश में पशुपालन विभाग में 50 करोड़ का घोटाले का आरोप लगा है. ये घोटाला राजकीय विश्लेषक की जांच में सामने आने का दावा किया गया है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. बताया जा रहा है कि पशुओं के इलाज में प्रयोग की जाने वाली मेडिसिन, सिरिंज और उपकरणों की खरीद में पशुपालन विभाग के अधिकारियों पर घोटाले का आरोप लगा है.
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के पशुपालन विभाग में पशुओं के लिए दवाएं, सिरिंज और इक्विपमेंट की खरीद की गई. जिसके बाद राजकीय विश्लेषक की जांच में पाया गया कि पशुओं के लिए खरीदी गई दवाएं घटिया हैं. यही नहीं, आरोप ये भी है कि 50 हजार के कोल्ड बॉक्स एक लाख 27 हजार में खरीदे गए. बताया जा रहा है कि यही बॉक्स एमपी में 47 हजार रुपए में और जम्मू-कश्मीर में 59 हजार रुपए प्रति बॉक्स खरीदा गया है.
दवाओं की खरीदी में भी घपला हुआ है. ये वो कोल्ड बॉक्स हैं जिनमें वैक्सीन रखी जाती हैं. जानकारी के मुताबिक एलसाइनर रेफ्रीजरेटर को खरीदने में एक महीने का अंतर रख गया. इनके दामों में प्रति रेफ्रीजरेटर 75 हजार रुपए का अंतर आया. N -95 मास्क भी बाजार भाव से तीन गुना रेट पर खरीदा गया. ऐसी खरीदी कर बजट का 65 करोड़ महज 4 माह में ही खर्च कर दिया गया.
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आरोप है कि दवाएं तो जेम पोर्टल से खरीदी गईं पर पेमेंट फिजिकल किया गया. कई दवाएं जांच में फेल हो गई हैं. घटिया दवाओं को कंपनी को वापस किया जा रहा है.
इन आरोपों में सच्चाई कम है- डायरेक्टर, पशुपालन विभाग
पशुपालन विभाग के डायरेक्टर डॉ. इंद्रमणि का कहना है कि यह जांच पहले से की जा रही थी और जो आरोप है उसमें सत्यता कम है. चूंकी दवाइयों की अगर घटिया क्वालिटी की बात है तो उसको वापस किया जाएगा. वह जांच हमारी कमेटी खुद यहां से कर रही है. साफ तौर पर जो रेफ्रिजरेटर बॉक्स की बात कही जा रही है वो सबसे अच्छा प्रोडक्ट है. जिसको लिया गया है. अगर एमपी और जम्मू में उसका रेट कम है तो हम किसी और प्रदेश से तुलना नहीं कर सकते हैं. दवा की सप्लाई में दवा कंपनी ने अगर गलत दवा सप्लाई की तो टेंडर कैंसिल कर ब्लैक लिस्ट लिया जाएगा. यही नहीं टेंडर प्रक्रिया पारदर्शिता से को जाती है और इसके लिए पहले से एक कमेटी बनाई गई होती है.
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