उन्नाव: फीस जमा न होने पर बच्चों को स्कूल के बाहर धूप में खड़ा कर पेपर नहीं देने दिया गया
उत्तर प्रदेश के उन्नाव (Unnao News) जिले में एक प्राइवेट स्कूल के प्रबंधक ने बच्चों की फीस जमा न होने पर उन्हें विद्यालय के बाहर…
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उत्तर प्रदेश के उन्नाव (Unnao News) जिले में एक प्राइवेट स्कूल के प्रबंधक ने बच्चों की फीस जमा न होने पर उन्हें विद्यालय के बाहर धूप में पूरे दिन खड़ा रखा और पेपर भी नहीं देने दिया है. स्कूल के इस व्यवहार से बच्चे विद्यालय के बहार खड़े होकर रोते नजर आए. बच्चों के रोने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वहीं बच्चों के आंखों से आंसू बहते देख परिजनों ने प्रबंधक पर विद्यालय में बदहाल व्यवस्था का आरोप लगाया है.
बांगरमऊ क्षेत्र में बाल विद्या मंदिर नाम से एक विद्यालय संचालित है, जहां इस समय बच्चों की परीक्षाएं करवाई जा रही हैं. स्कूल के जिन बच्चों की फीस नहीं जमा हो पाई थी, उन पर फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा था.
बताया जा रहा है कि जिन बच्चों की फीस नहीं जमा थी, उन्हें विद्यालय के स्टाफ द्वारा स्कूल परिसर के बाहर बिना पेपर करवाए खड़ा करवा दिया गया था. परीक्षा खत्म होने के बाद फीस न देने वाले बच्चों से पहले फीस लेकर आने को कहा गया फिर उन्हें वहां से निकाल दिया गया.
इसके बाद छोटे बच्चे मायूस होकर अपने घरों को पहुंचे और अपने माता-पिता को इस घटना के बारे में जानकारी दी. जिसके बाद अभिभावक अपने बच्चों के साथ स्कूल पहुंचे और फिर उन्होंने विद्यालय के स्टाफ के व्यवहार पर सवाल खड़े किए.
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इस दौरान बच्चों ने रोते हुए अपने अध्यापकों द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. बच्चों ने बताया कि फीस न जमा होने पर धूप में खड़ा किया गया और परीक्षा भी नहीं देने दी. जिसके बाद उन्हें स्कूल से भगा दिया गया.
वायरल वीडियो में नजर आ रही बच्ची अपूर्वा ने बताया, “हम बांगरमऊ कस्बा टोला स्थित बाल विद्या मंदिर में पढ़ती है. फीस नहीं जमा थी. फीस मांगे अभी 2 दिन हुए हैं. हमने पापा से घर पर कहा था, पापा आज आते, पेपर नहीं देने दिया गया. इन लोगों ने पूरा दिन खड़ा रखा है.”
अभिभावक अवनीश कुमार ने बताया कि इस तरह विद्यालय के व्यवहार से बच्चों के मानसिक विकास पर बुरा असर पड़ता है. साथ ही उनकी पढ़ाई भी प्रभावित होती है.
वहीं स्कूल के प्रबंधक अरुण कुमार ने कहा, “लोग फीस कई महीने लेट देते हैं, 3-3 महीने लेट देते हैं. काफी समय से फीस लेट होने पर हम अपने अध्यापक को फीस नहीं दे पाते हैं, जिससे पढ़ाई में नुकसान होता है. यह लोग यह बात नहीं समझते हैं. यहां कोई बच्चा नहीं रोया है.” बच्चों के रोने के वायरल वीडियो को लेकर प्रबंधक ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि वीडियो कहां का है.
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