जेल में बिगड़ी मुख्तार की तबीयत, दोनों बेटों अब्बास और उमर के फेसबुक पेज पर आया ये अपडेट

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Mukhtar Ansari News: बीते दिनों माफिया मुख्तार अंसारी द्वारा उसे बांदा जेल में स्लो पॉइजन का आरोप लगाने के बाद अब उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई है. बता दें कि मुख्तार की तबीयत खराब होने के बाद जेल प्रशासन ने उसे कड़ी सुरक्षा के बीच मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. इस बीच मुख्तार के बेटों उमर और अब्बास ने पिता की तबीयत को लेकर फेसबुक पर अपडेट दिया है.

उमर अंसारी ने फेसबुक पर पोस्ट कर कहा, "आवश्यक सूचना (26/03/2024). मेरे अब्बा जनाब मुख्तार अंसारी साहब को बांदा मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में...भर्ती कराया गया है. उनकी हालत बहुत गंभीर है. आप सब उनके लिए दुआ और प्रार्थना करें."

 

 

मुख्तार था यूरिनल इंफेक्शन से परेशान!

 सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्तार बीते तीन दिनों से यूरिनल इंफेक्शन से परेशान था, जिसके बाद सोमवार देर रात उसे आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालांकि, इस मामले में अभी जिला प्रशासन, पुलिस और जेल प्रशासन की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है.

शुरूआती जांच के बाद डॉक्टरों ने ये बताया

 

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मिली जानकारी के अनुसार, शुरूआती जांच के बाद डॉक्टरों ने माफिया मुख्तार की सर्जरी करने का सुझाव दिया है. अब खबर यह है कि सर्जरी के लिए मुख्तार अंसारी को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है.    

 

 

बीते दिनों माफिया ने कही थी स्लो पॉइजन देने के की बात

गौरतलब है कि बाराबंकी की एमपी-एमएलए कोर्ट में 21 मार्च को माफिया मुख्तार अंसारी के वकील ने उसकी तरफ से एक प्रार्थना पत्र दिया था. इस प्रार्थना पत्र में मुख्तार की ओर से कहा गया था कि उसे जेल के खाने में विषाक्त पदार्थ मिलाकर दिया गया है, जिससे उसकी सेहत बिगड़ गई है. इसके साथ ही मुख्तार ने तब उसके इलाज के लिए समुचित व्यवस्था मुहैया जाने की मांग और एक मेडिकल बोर्ड बनाकर जांच की मांग की थी ताकि दोबारा ऐसी घटना न हो. 

प्रार्थना पत्र में मुख्तार ने ये सब कहा था

 मुख्तार ने अपने प्रार्थना पत्र में कहा था, "साहब मुझे खाने में 19 मार्च की रात में कुछ विषाक्त प्रदार्थ मिलाकर दिया गया है, जिससे मेरी तबीयत बहुत बिगड़ गई है. ऐसा लगता है, मेरा दम निकल जाएगा और घबराहट का एहसास हो रहा है. बल्कि इससे पहले मेरा स्वास्थ्य ठीक था. कृपया मेरा सही से डाक्टरों की टीम बनाकर इलाज करवा दीजिए. इससे पहले भी 40 दिन पूर्व मेरे खाने में विषाक्त प्रदार्थ मिलाया गया था, जिसे जब चख कर स्टाफ ने दिया तो प्रार्थी समेत पूरे स्टाफ की तबियत बहुत बिगड़ गई थी. जिसका भी इलाज किया गया था."   
 

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