काजल करना, दीदार, मिट्टी पलटना... छांगुर बाबा गुर्गों से इन कीवर्ड्स में करता था बात, इनका मतलब चौंका देगा

संतोष शर्मा

Changur Baba Codewords: यूपी ATS ने धर्मांतरण रैकेट के सरगना छांगुर बाबा के कोडवर्ड्स डिकोड किए. 'लड़कियां' थीं 'प्रोजेक्ट', धर्मांतरण 'मिट्टी पलटना' और ब्रेन वॉश 'काजल करना'.

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छांगुर बाबा के बेथरूम से शारीरिक ताकत बढ़ाने वाली कई गोलियां मिलीं.
छांगुर बाबा
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Changur Baba Codewords: उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने अवैध धर्मांतरण रैकेट के मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा से पूछताछ में उसके चौंकाने वाले कोडवर्ड्स का खुलासा किया है. जांच में सामने आया है कि छांगुर अपने गुर्गों से बात करने के लिए खास कोडवर्ड्स का इस्तेमाल करता था, जिसके जरिए वे अपने घिनौने मंसूबों को अंजाम देते थे. 

'मिट्टी पलटना' और 'काजल करना': धर्मांतरण रैकेट के गुप्त संकेत

ATS की जांच के मुताबिक, इस रैकेट में लड़कियों को 'प्रोजेक्ट' कहा जाता था. धर्मांतरण की पूरी प्रक्रिया को 'मिट्टी पलटना' जैसे शब्द से दर्शाया जाता था, जबकि ब्रेनवॉश करने को 'काजल करना' कहा जाता था. छांगुर बाबा से किसी को मिलवाने के लिए 'दीदार' करवाना कोडवर्ड इस्तेमाल होता था. ये कोडवर्ड्स उनके गहरे और गुप्त नेटवर्क का हिस्सा थे. 

रैकेट में निकाह का वादा करके धर्मांतरण के लिए दबाव डाला जाता था और फिर एक नया जीवन शुरू करने की शर्तें रखी जाती थीं. आर्थिक लालच और विदेश में बेहतर भविष्य के सपने दिखाकर लड़कियों और युवाओं को निशाना बनाया जाता था. कुछ युवाओं को तो इस्लामी शिक्षण संस्थानों में मुफ्त पढ़ाई और विदेश में नौकरी का भी प्रलोभन दिया जाता था. इसके लिए नेपाल और खाड़ी देशों के संपर्कों का हवाला भी दिया जाता था. 

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बलरामपुर से संचालित होता था बड़ा नेटवर्क, ED भी सक्रिय

जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा ने बलरामपुर में चांद औलिया दरगाह परिसर से एक बड़ा नेटवर्क फैला रखा था. वह नियमित रूप से बड़ी सभाएं आयोजित करता था, जिसमें भारतीय और विदेशी दोनों नागरिक शामिल होते थे. सूत्रों के अनुसार, छांगुर 'शिजरा-ए-तैय्यबा' नामक किताब छपवाकर इस्लाम का प्रचार करता था. वहीं, अन्य धर्मों, खासकर हिंदुओं, अनुसूचित जातियों और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को व्यवस्थित तरीके से धर्मांतरण के लिए मजबूर किया जाता था. 

इस अपराध से हुई कमाई का पता लगाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी कमर कस ली है. ED ने ATS, बलरामपुर जिला अधिकारियों और कुछ बैंकों को पत्र लिखकर जमालुद्दीन, उसके परिवार और उससे जुड़े लोगों की चल-अचल संपत्तियों, बैंक खातों और वित्तीय जानकारी के बारे में विवरण मांगा है. 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही कहा था कि शुरुआती जांच से पता चला है कि आरोपी जमालुद्दीन की गतिविधियां न केवल समाज, बल्कि राष्ट्र के भी विरुद्ध हैं.

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