पुराने खंडहर में कूदी…बरेली में दिशा पाटनी की बहन-पूर्व मेजर खुशबू ने 8 माह की इनायत को कैसे बचाया? गजब मामला
UP News: बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी की बहन और पूर्व मेजर खुशबू पाटनी ने 8 माह की बच्ची इनायत को नई जिंदगी दी है. ये मामला सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चाओं में बना हुआ है.
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UP News: बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी की बहन और रिटायर्ड मेजर खुशबू पाटनी फिलहाल जबरदस्त चर्चाओं में हैं. उन्होंने एक मासूम बच्ची की जिंदगी को बचा लिया है. दरअसल खुशबू पाटनी को सुबह-सुबह अपने घर में एक बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी. उन्होंने आस-पास देखा तो वहां कोई बच्ची नहीं थी. फिर उनकी नजर पास के खंडहर में गई. वहां जाकर उन्होंने देखा तो एक मासूम बच्ची घायल अवस्था में पड़ी थी. बच्ची की उम्र 8 महीने थी.
उन्होंने फौरन बच्ची को उठाया और उसकी देखभाल की. उसे फौरन अस्पताल लेकर गईं और उसका इलाज करवाया. इस दौरान उन्होंने मामले की जानकारी बरेली पुलिस को भी दे दी. दिनभर उस मासूम की देखभाल की और उसका इलाज करवाया. पुलिस जांच में सामने आया है कि मां अपनी बच्ची से रेलवे स्टेशन पर बिछड़ गई थी. दरअसल मां बच्ची के लिए दूध लेने गई थी. ऐसे में उसने एक नशेड़ी के हाथों में बच्ची दे दी और वह नशेड़ी युवक पुराने खंडहर में बच्ची को फेंक आया. गनीमत ये रही कि खंडहर के पास ही खुशबू पाटनी का घर था.
खुशबू ने इनायत को बचा लिया
8 माह की मासूम का नाम इनायत है और उसकी मां का नाम गुफरान है. फिलहाल बच्ची स्वस्थ हैं. दरअसल बिहार के मधुबनी ज़िले की रहने वाली गुफरान नाम की महिला की शादी बदायूं के बिनावर इलाके में हुई है. महिला अपनी 8 महीने की बेटी इनायत के साथ ट्रेन से बरेली आई थीं. उसे यहां से बिहार यानी अपने मायके जाने के लिए दूसरी ट्रेन पकड़नी थी. इस बीच बच्ची भूख से रोने लगी, तो गुफरान ने उसे प्लेटफार्म पर बैठे एक नशेड़ी को पकड़ा दिया और दूध लेने चली गई, लेकिन न वो दूध लाई, न खुद लौटी. नशेड़ी आधा घंटा बच्ची के साथ वहीं बैठा रहा. फिर उसे लेकर चौपुला के पास रेलवे लाइन किनारे बने पुराने खंडहर में ले गया और वहां छोड़कर भाग गया.
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सुबह-सुबह पाटनी घर में सुनाई दी बच्ची की आवाज
बता दें कि बरेली पुरानी पुलिस लाइन के पास रिटायर्ड सीओ जगदीश पाटनी का घर है, जो दिशा पाटनी के पिता हैं. सुबह उनकी पत्नी पदमा पाटनी घर की सफाई कर रही थीं. तभी उन्होंने खंडहर से किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनी. उन्होंने बेटी खुशबू को आवाज दी, जो स्वीमिंग करके अभी-अभी लौटी थीं.
सेना की पूर्व मेजर खुशबू पाटनी बिना सोचे-समझे तुरंत दीवार कूदकर खंडहर पहुंचीं. वहां एक नन्हीं सी बच्ची मिट्टी में लथपथ पड़ी रो रही थी. उन्होंने बच्ची को उठाया और उसे अपने घर लेकर आई. उसे दूध पिलाया और नए कपड़े पहनाए. बच्ची घायल थी.
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बरेली पुलिस हुई एक्टिव
खुशबू ने फौरन सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव को फोन करके घटना की सूचना दी. फिर बच्ची को चाइल्ड लाइन के जरिए जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में भर्ती कराया गया. उधर कोतवाली पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और माइक से बच्ची की जानकारी प्रसारित कराई. आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए.
खुशबू के सामने ही बच्ची मां को सौंपी गई
दूसरी तरफ गुफरान मां जंक्शन पर ही अपनी बच्ची को खोजती रही. जीआरपी से कोई मदद नहीं मिली तो खुद थक-हार कर कोतवाली पहुंची. वहां जब बच्ची इनायत को देखा तो वो फूट-फूट कर रो पड़ी. इनायत ने भी मां को देखकर किलकारी मारी. इसके बाद चाइल्ड लाइन ने कागजी प्रक्रिया पूरी कर बच्ची को मां के हवाले कर दिया. इसी बीच खुशबू पाटनी भी जीआरपी थाने में मौजूद रहीं.
बता दें कि खुशबू पाटनी ने सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर कई वीडियो भी पोस्ट किए हैं. वह बच्ची को दूध पिलानी हुई नजर आ रही हैं. इसी के साथ वह बच्ची के भविष्य को लेकर भी चिंता कर रही हैं. इस पूरे मामले में अगर खुशबू पाटनी और उनकी मां पदमा पाटनी ने कदम ना उठाए होते तो शायद आज इनायत जिंदा नहीं होती. खुशबू पाटनी ने बच्ची को बचाकर इंसानियत की मिसाल पेश की है.